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________________ प्राच्य श्रमण भारती, मुजफ्फरनगर द्वारा प्रवर्तित श्रुत संवर्द्धन वार्षिक पुरस्कार 99 सराकोद्धारक संत परम पूज्य उपाध्याय श्री ज्ञानसागर जी महाराज की प्रेरणा से स्थापित प्राच्य श्रमण भारती, मुजफ्फरनगर द्वारा जिनवाणी के प्रचार- प्रसार में अपने - अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान प्रदान करने वाले विशिष्ट विद्वानों को निम्नांकित पाँच श्रुत संवर्द्धन वार्षिक पुरस्कारों से सम्मानित करने का निश्चय किया गया है। इन पुरस्कारों के अंतर्गत प्रतिवर्ष पूज्य उपाध्याय श्री के पावन सान्निध्य में आयोजित होने वाले भव्य समारोह में प्रत्येक चयनित विद्वान को रु.31000 = 00 की सम्मान निधि, प्रशस्ति पत्र, शाल एवं श्रीफल से सम्मानित किया जाता है। पुरस्कार का संक्षिप्त विवरण निम्नवत् है। क्र. नाम 1. 2. 3. 4. 5. आचार्य शांतिसागर छाणी स्मृति श्रुत संवर्द्धन पुरस्कार आचार्य सूर्यसागर स्मृति श्रुत संवर्द्धन पुरस्कार 62 आचार्य सुमतिसागर स्मृति श्रुत संवर्द्धन पुरस्कार मुनि वर्द्धमान सागर स्मृति श्रुत संवर्द्धन पुरस्कार आचार्य विमलसागर (भिण्ड ) स्मृति यह पुरस्कार जैन पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जैन बंधु / बहिन को दिया जायेगा । श्रुत संवर्द्धन पुरस्कार - विषय परिधि यह पुरस्कार जैन आगम साहित्य के पारंपरिक अध्येता / टीकाकार विद्वान को आगमिक ज्ञान के संरक्षण में उसके योगदान के आधार पर प्रदान किया जायेगा । यह पुरस्कार प्रवचन- निष्णात एवं जिनवाणी की प्रभावना करने वाले विद्वान को प्रदान किया जायेगा । - यह पुरस्कार जैन विद्याओं के शोध / अनुसंधान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु प्रदान किया जाएगा। चयन का आधार समग्र योगदान होगा। इसके अतिरिक्त सराक क्षेत्र में किए जाने वाले उत्कृष्ट सामाजिक कार्य अथवा सराकोत्थान हेतु जन जागृति उत्पन्न करने के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु एक स्वतंत्र पुरस्कार की स्थापना की गई है। यह पुरस्कार 1999 से प्रारंभ किया जा रहा है। पुरस्कार के अंतर्गत रु. 25000 = 00 की नगद राशि, शाल, श्रीफल एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। इस पुरस्कार हेतु सादे कागज पर सराकोत्थान हेतु किये गये समस्त कार्यों का विवरण सप्रमाण भेजना चाहिये । यह पुरस्कार जैन धर्म दर्शन के किसी क्षेत्र में लिखी गई शोधपूर्ण, मौलिक, अप्रकाशित कृति पर प्रदान किया जाएगा। पुरस्कार हेतु कोई भी विद्वान / सामाजिक कार्यकर्त्ता / संस्था प्रस्ताव निर्धारित प्रस्ताव पत्र पर 31 मई 1999 तक ( सभी पुरस्कार हेतु भिन्न भिन्न प्रस्ताव पत्र पर) निम्न पते पर प्रेषित कर सकते हैं श्रुत संवर्धन पुरस्कार समिति C/o. कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ 584, महात्मा गांधी मार्ग, तुकोगंज, इन्दौर - 452001 फोन : 0731-545421 (का.), 787790 (नि.) फैक्स : 787790 Email : kundkund@bom4.vsnl.net.in प्रस्ताव - पत्र एवं नियमावली उपरोक्त पते से प्राप्त की जा सकती है। रवीन्द्रकुमार जैन संयोजक - प्राच्य श्रमण भारती, 12 / 1, प्रेमपुरी, दि. जैन मन्दिर के पास, मुजफ्फरनगर- 251002 अर्हत् वचन, अप्रैल 99
SR No.526542
Book TitleArhat Vachan 1999 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnupam Jain
PublisherKundkund Gyanpith Indore
Publication Year1999
Total Pages92
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Arhat Vachan, & India
File Size23 MB
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