SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 26
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 26 श्रुतसागर अक्टूबर-२०१९ लिपिमां आवश्यक सुधारावधारा करवा जतां पणजेम बने तेम ओछां नवां चिह्नोथी संतोष मानवो, वळी तेने परिचित चिह्नोना वर्गनां अने तेमने बनतां निकट घडवां, एवा एवां वलण वा मर्यादाओ स्वीकारीने ज निष्णातो पोतानी भलामणो आगळ करे छे, तेनुं कारण आ आखी बाबतना जीवनधर्म तेओ समजता होय छे, ते ज। लीजुं व्यवहारु पगथियु पण चडीए वा उतरीए। आवी आवी मागणी कया अभ्युदयने माटे करवामां आवे छे ? देशनुं ऐक्य वधारवानी खातर। आपणा खण्ड-काय देश ऐक्य हाल मातृभाषाओ चाली रही छे तेमांथी जेटली घटाडी शकाय एटलं वधे, ए तो देखीती बाबत छे । तो पण ऐक्याभिलाषिओ क्यांय एकाद मातृभाषाने पण घटाडवानो आग्रह करता तो शोध्या जडे एम नथी। एवी वात उच्चारवी ज मिथ्या, एटली बधी अशक्य, एम तेओ दरेकेदरेक जाणे छ। लिपिओ पण घटाडवी तो अशक्य, ए उपर आवी गयु । प्रजास्मिताना जमानामां मोडी जेवी लिपिने पण अमारी पोतानी गणीने प्रजा कोटे वळगाडे छे, त्यारे दरेक हिन्दवीए मातृभाषा साथे अने उपरांत हिन्दी पण शीखवी एवा आग्रह पूरतो ज 'गुजरातीने देवनागरीमां छापवू, ए आ ऐक्यवांछुओनो आग्रह छ । बधुं ज गुजराती देवनागरीमां छापq एटली हद लगी तो ए भावनावादीओ पण जाय एम नथी। केटलीक गुजराती चोपडीओ अने केटलांक गुजराती छापां देवनागरीमां छापवां ए ज कोईना पण आग्रहनो वधारेमां वधारे व्यवहारु अर्थ होई शके।। पण विचार करो के गुजरातीओमां देवनागरी लिपिज्ञान फेलातां हिन्दी भाषाज्ञान वधवामां विशेष वेग आवतो नथी। हिन्दी- ज्ञान तो ए भाषाने ज वधारे जण जाणे तेम तेम गुजरातीओमां फेलाय। लिपिनी आडखीली महत्वनी छे नहीं। वळी ए नडतर दूर करवानो वधारे स्हेलो रस्तो प्हेला आपणे त्यां शाळाखाताए योजेलो हतो ज। जूनी वाचनमालानी नीजी चोपडीमां देवनागरी लिपि दाखल करी हती, अने चार चोपडी भणी ले तेने ए लिपि पण आवडी जाय एम राखेखें हतुं । (क्रमशः) * शाळाखातानुं आ डगलुं पछी संस्कृत भणवाना आरंभ वखते एटली प्राथमिक नडतर निकळी गई होय, एवी दीर्घदृष्टिनुं हतुं. ते वखते समज्या वगर संस्कृत श्लोकोना मोपाठ नित्यपाठ आदिना रिवाज सारी पेठे चालता हता. हिन्दी व्रज आदि शीखवामांय ठीक पडशे. एवी गणतरी ते वखते हशे तोय छेक गाण रूप. For Private and Personal Use Only
SR No.525351
Book TitleShrutsagar 2019 10 Volume 06 Issue 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHiren K Doshi
PublisherAcharya Kailassagarsuri Gyanmandir Koba
Publication Year2019
Total Pages36
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Shrutsagar, & India
File Size4 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy