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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir SHRUTSAGAR July-2019 लिपिओने मुख्यत्वे लेखननी दृष्टिए तपासवी घटे। लिपिओमां गुणदोष बने होय । युरोपीय लिपिने इटालिक अने अंग्रेजी ए नामे ओळखीए छीए, तेमां अनेक दोषो छ । एमां केटलांक उच्चारणो माटे चिह्नो नथी; एक ज उच्चारण माटे बे त्रण चिह्नो जणाय छे, एक ज चिह्न के चिह्न जूथ एमां विधविध उच्चारणोने माटे वपराय छे । Cease, seize, she, her, gem, major, cat, pass, laugh, fought, phew, sew, sue, sow, now, sure, put, gun, एवा न्हाना अने जाणीता अंग्रेजी शब्दो पण आ दोषोना दाखलाओ माटे पूरता छ। पण मुद्रकनी दृष्टिए विचारीए तो ए लिपिमां एक गुण मोटो छ । एमां व्यंजन ने स्वरनां उच्चारणो माटे जुदां जुदां चिह्नो छे, वळी बधां चिह्नो मळीने छव्वीस ज, एटले ए लिपिमां करेलुं लखाण ओछामां ओछां बीबां वडे छापी शकाय छे। आपणी उत्तर हिन्दनी भाषाओनी लिपिओमां व्यंजन चिह्नोमां अकार भळेलो छे, बीजो स्वर भळे त्यारे अ नथी एम मानी लेवानी रूढि छे, अने एके स्वर भळेलो नथी एम देखाडवा माटे व्यंजन चिह्न तळे नवु चिह्न (क् खोडो छे एम देखाडनारं) करवू पडे छे* व्यंजनो तेम स्वरोमां वळी आपणी लिपिओमां जेटलां उच्चारण शक्य ते दरेकने माटे स्वतंत्र चिह्न राखवानी भावना स्पष्ट देखाय छे । आ खासियतोने लीधे आपणी लिपिमांथी कोईने पण छापतां घणां वधारे बीबांनी जरूर पडे छे, आ खासियतोने लीधे। ___ परंतु लिपिनो उपयोग मूळ तो लखवा माटे हतो अने छापवानु नीकळ्या पछी के टाइपराइटरो वधतां पण लखवानुं ओछु नथी थतुं। केम जे जीवननी संकुलता सगवडो अने वाचक लेखकोनी संख्याना वधारा साथे लखवानुं वधतुं ज जाय छे । अने लखवामां तो लेखण उपाडवी ना पडे ने एक पछी एक घणा अक्षरो लखी शकाय, ए ते लिपिनो मोटो व्यवहारु गुण गणाय । लखवामां सरलता अने झडप बन्ने आ गुणथी मळे छ। आ गुण गुजराती तेमज इटालिक लिपिमां सौ स्वीकारी ले एम मोटा प्रमाणमां छ। अने ए देवनागरी लिपिमां घणो ओछो छ। कोईपण आठ लीटी, गुजराती देवनागरी अने इटालिक त्रणे लिपिमा लखी जुवो एटले खातरी थई जशे। (क्रमशः) * जोडाक्षरोमां छेल्ला सिवायना व्यंजनो माटे ते ते आकृतिनो अमुक खंड वापरीए छीए एटली मुद्रणमां कसर शक्य छे, अने साथे एटली अगवडे पडे छे. For Private and Personal Use Only
SR No.525348
Book TitleShrutsagar 2019 07 Volume 06 Issue 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHiren K Doshi
PublisherAcharya Kailassagarsuri Gyanmandir Koba
Publication Year2019
Total Pages36
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Shrutsagar, & India
File Size3 MB
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