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गुजराती अनुवाद :
अन्यथा यमना मुखसमान भयंकर सर्पो वडे ग्रहण करायेला तथा असह्य वेदनाथी पीडा पामता स्वा मारु जीवन (त्यारे) क्याथी होय? हिन्दी अनुवाद :
अन्यथा यमराज के मुख के समान भयंकर सर्पो के द्वारा ग्रहण किया गया तथा असह्य वेदना से पीड़ा पाता हुआ मेरा जीवन (उस समय) कहाँ से होता? गाहा :
तं जं तुमए पुढे केण तुमं एरिसाए महईए ।
खित्तो सि आवयाए तं सव्वं साहियं एयं ।।७१।। संस्कृत छाया :
तद् यद् त्वया पृष्टं केन त्वमीदृश्यां महत्याम् ।
क्षिप्तोऽसि आपदि तत्सर्वं कथितमेतद् ।।७१।। गुजराती अनुवाद :
ते तमे आवी मोटी आपत्तिमां केस आल्या? स प्रमाणे जे तमारा वडे पूछायुं ते सर्वे मारा वडे आपने आ कहेवायु! हिन्दी अनुवाद :
तो आप इस भयंकर विपत्ति में कैसे आए? इस प्रकार जो आपके द्वारा पूछा गया, वह सब मेरे द्वारा आपको इस प्रकार कहा गया।
(धनदेवने संबोधीने सुप्रतिष्ठ द्वारा चित्रवेगनुं वर्णन) गाहा :
इय भो घणदेव! तया सोउं खयरस्स भासियं तस्स ।
तत्तो य मए एवं विचिंतियं नियय-चित्तम्मि ।।७२।। संस्कृत छाया :
इति भो धनदेव! तदा श्रुत्वा खचरस्य भाषितं तस्य ।
ततश्च मया एतद् विचिन्तितं निजकचित्ते ।।७२।। गुजराती अनुवाद :
स प्रमाणे ते चित्रवेग विद्याधरनो वृत्तांत सांगलीने हे धनदेव! त्यारे में पोताना चित्तमां (आ प्रमाणे) विचार्यु।
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