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विद्यापीठ के प्रांगण में : १३१
जैन विद्या के अध्ययन-अध्यापन में संलग्न प्रो० (डॉ०) जैन के बारे में पूरे विश्वास के साथ कहा जा सकता है कि आपके कुशल निर्देशन में पार्श्वनाथ विद्यापीठ नई ऊँचाइयों को छूएगा।
पार्श्वनाथ विद्यापीठ में साध्वी आवास तथा कन्या छात्रावास का शिलान्यास
म पार्श्वनाथ विद्यापीठ परिसर में महावीर जयन्ती, दिनांक २८.३.२०१० रविवार को आठ कक्षों तथा एक साधना हाल से युक्त एक साध्वी आवास का शिलान्यास
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वाराणसी नगर के प्रमुख उद्योगपति व समाजसेवी श्री धनपतराज जी भंसाली के कर-कमलों द्वारा सम्पन्न हुआ। पार्श्वनाथ विद्यापीठ में अध्ययन हेतु पधारीं खरतरगच्छ शिरोमणि, साध्वीवर्या, परम पूज्या डॉ० सौम्यगुणा श्रीजी म.सा. ने भूमि-पूजन के कार्यक्रम को विधिपूर्वक सम्पन्न करवाया। इस अवसर पर श्री धनपतराज जी भंसाली और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सुशीला भंसाली के अतिरिक्त पार्श्वनाथ विद्यापीठ के आर्थिक
सलाहकार एवं सदस्य - प्रबन्ध-समिति,
श्री सतीशचन्द जैन एवं श्री ललित चन्द जी लोढा, पार्श्वनाथ विद्यापीठ के निदेशक प्रो० सुदर्शन लाल जैन, सह-निदेशक डॉ० श्रीप्रकाश पाण्डेय, डा० शारदा सिंह, शोध अधिकारी, श्री ओमप्रकाश सिंह, पुस्तकालयाध्यक्ष, पार्श्वनाथ विद्यापीठ के अतिरिक्त अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
ध्यातव्य है कि पार्श्वनाथ विद्यापीठ जैन साधु-साध्वियों एवं मुमुक्षुओं के अध्ययन के लिये सर्वसुविधा सम्पन्न है और अब तक अनेक साधु-साध्वियों / मुमुक्षुओं ने यहां से जैन धर्म-दर्शन पर विशेष अध्ययन किया है। साध्वी आवास का यह निर्माण साधु-साध्वियों के अध्ययन के लिये उपलब्ध सुविधाओं की कड़ी में एक और कदम है। दानवीर आदरणीय श्री धनपतराज जी भंसाली को पार्श्वनाथ विद्यापीठ की तरफ से हार्दिक साधुवाद एवं आभार ।