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श्रमण, वर्ष ५९, अंक १/जनवरी-मार्च २००८
१५. औपपातिक सूत्र, सम्पा० आचार्य मधुकर मुनि, श्री आगम प्रकाशन समिति
व्यावर
१६. षट्खण्डागम, पुस्तक-६ में कुल नौ चूलिकाएं हैं, पुस्तक १० में एक, ११ में २,
१२ में ३, १४ में सूत्र ५८१ में बताया गया है, 'एत्तो उवरिमगंथो चूलिया णाम । १७. वही, पुस्तक-९, सूत्र-४५, पुस्तक-१४ तक १८. वही, पुस्तक १, सूत्र ७; पुस्तक-३ सूत्र-१
वही, पुस्तक १, सूत्र७; पुस्तक-९ सूत्र-७१ २०. वही, पुस्तक १, सूत्र८; पुस्तक-३ सूत्र-१ २१. वही, पुस्तक ६, सूत्रर; पुस्तक-६ सूत्र-१, पुस्तक १४ सूत्र-१ २२. वही- पुस्तक ७ पृ-५७५ २३. प्रज्ञापनासूत्र १४४-१४६५ एवं षटखण्डागम पुस्तक ६ सूत्र २१६, २२० आदि।
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