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________________ जैनविद्या 18 24. जीवाजीव सुतत्त्वे, पुण्यापुण्ये च बन्धमोक्षौ च। द्रव्यानुयोगदीप: श्रुतविद्यालोकमातनुते ॥46।। -रत्न. श्रा. . 25. बृहत् हिन्दी कोश, कालिका प्रसाद, पृष्ठ 645 । 26. जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश, भाग 2, पृष्ठ 443, क्षु. जिनेन्द्र वर्णी। 27. आप्तेनोत्सन्नदोषेण सर्वज्ञेनागमेशिना। भवितव्यं नियोगेन नान्यथा ह्याप्तता भवेत् ।।5।। -रत्न. श्रा. वृहत हिन्दी कोश, कालिका प्रसाद, पृष्ठ 78 | 29. अर्हत् सूत्र, पृष्ठ 41, ब्र कुमारी कौशल। 30. चारित्रसार, 40.3। 31. चारित्रसार, 3.5। 32. सम्यग्दर्शनशुद्ध :, संसारशरीरभोगनिर्विष्णः । पञ्चगुरुचरण शरणो, दर्शनिकस्तत्त्व पथगृहयः ।।137॥ -रत्न. श्रा. 33. वसुनन्दी श्रावकाचार , 2071 34. निरतिक्रमणमणुव्रत पञ्चकमपि शीलसप्तकं चापि। धारयते निःशल्यो, योऽसौ वतिनामतो-व्रतिक : ।।138॥ -रत्न. श्रा. 35. वसुनन्दी श्रावकाचार, 276-278। 36. चतुरावर्त्तत्रितयश्चतुः प्रणाम: स्थितो यथाजात:। सामयिको द्विनिषद्य-स्त्रियोगशुद्ध स्त्रिसन्ध्यमभिवन्दी॥139।। -रत्न. श्रा. अर्हत् सूत्र, पृष्ठ 42, ब्र. कौशल। ___पर्वदिनेषुचतुर्ध्वपि, मासे मासे स्वशक्तिमनिगुह्य । प्रोषधनियम विधायी. प्रणधिपर: प्रोषधानशनः ।।140॥ -रत्न श्रा. वसुनन्दी श्रावकाचार, 2951 40. मूलफलशाक शाखा-करीर-कन्द-प्रसून-बीजानि । नामानि योऽत्ति सौऽयं, सचित्तविरतो दयामूर्तिः ॥141॥ -रत्न. श्रा वसुनन्दी श्रावकाचार, 296। अन्नं पानं खाद्यं, लेह्यं नाश्नाति यो विभावर्याम् । सच रात्रिभुक्तिविरतः, सत्त्वेष्वनुकम्पमानमनाः॥142॥ -रत्न श्रा. कार्तिकेयानुप्रेक्षा, 403। मलबीजं मलयोनि, गलन्मलं पूतिगन्धि बीभत्सम् । पश्यन्नंगमनंगाद्विरमति यो ब्रह्मचारी सः।।143।। -रत्न श्रा. प्रारम्भ: प्राणिपीडा हेतु व्यापारः, सर्वार्थसिद्धि, 333.9। वसुनन्दी श्रावकाचार, 298। सेवाकृषि वाणिज्य प्रमुखादारम्भतो व्युपारमति। प्राणातिपातहेतोर्योऽसावारम्भविनिवृत्तः ।।144।। -रत्न श्रा. 48. वसुनन्दि श्रावकाचार, 299। 49. बाह्येषु दशसु वस्तुषु, ममत्वमुत्सृज्य निर्ममत्वरतः। स्वस्थ: संतोषपरः, परिचित्त परिग्रहाद्विरत: ।।145।। -रत्न. श्रा.
SR No.524765
Book TitleJain Vidya 18
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani & Others
PublisherJain Vidya Samsthan
Publication Year1996
Total Pages118
LanguageSanskrit, Prakrit, Hindi
ClassificationMagazine, India_Jain Vidya, & India
File Size8 MB
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