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जनविद्या-12
गंधु-गंध । 6, 13 गिलइ-निगल लेता है । 12 गुणु-गुण । 13 घृतघट-घी का घड़ा। 10 चारि-चार । 14 चीकरणउ-चिकना । 14 चेत-चेतो, सावधान हो, होश में आयो । 2 चेयण (चेयणु)-चेतन, जीव, प्राणी, आत्मा। 1 2 14 16 छाहा-छाया । 15 छाही-आकाश । 15 छोयइ-क्षीण होता है । 5 छोडि-छोड़कर। 20 छोडिउ-छोड़ दो। 1 जइ-यदि, यति, त्रितेन्द्रिय, जयी । 16 जडत्तणु-जड़ता, अज्ञान । 11, 15 जडु-जड़, विवेकहीन, मूर्ख । 18 जडुतइ-जड़ता, अज्ञान । 1 जम्म-जन्म, उत्पत्ति, उत्पन्न होना । 6 जलइ-जलता है, दग्ध होता है । 3 जसु-जिसका । 9 जसो (जसु)-जिसके, जिसमें । 7 जाणइ-जानता है। 18 जाणहु-जानो। 6
. जाणिउ-पहचाना । 1 जाणियउ-जाना। 1 जालिउ-जलाओ, जलाने से । 3 जिउ-जीव । 4, 1, 19 जिनि-जिसने, जो। 4 जिय-जीता हुआ। 1, 16 जीउ-जीव । 5, 11 जीव-जीव, प्राणी । 1 17 जु-जो। 14 जो-जो, जिस । 4, 15, 20 जोगवइ-मिलता है, मेलवाला है । 4