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हेमचन्द्र-अपभ्रन्श-व्याकरण
सूत्र-विवेचन -डॉ० कमलचन्द सोगाणी
सूत्र-विवेचन* 26. सर्वादेर्डसेहाँ 4/355 - सर्बादेसेहाँ [ (सर्व) + (प्रादेः) + (ङसेः) + (हां)]
[(सर्व)- (आदि)5/1] इसेः (ङसि) 6/1 ही (हां) 1/1 सर्व→ सव्व आदि से परे सि के स्थान पर हां (होता है)। अपभ्रंश में सर्व- सम्व आदि अकारान्त पुल्लिग और नपुंसकलिंग सर्वनामों से
परे सि (पंचमी एकवचन के प्रत्यय) के स्थान पर हां होता है। ...: सब्ब (पु., नपुं.)- (सव्व+सि) = (सव्व+हाँ) = सव्वहां (पंचमी एकवचन),
*गतांक से मागे बृहद् अनुवाद चन्द्रिका द्वारा चक्रधर नौटियाल, पृष्ठ, 74 (सर्वनाम-शब्द) प्राकृतमार्गोपदेशिका द्वारा बेचरदास जीवराज दोसी, पृष्ठ, 198, 199, 200 अभिनव प्राकृत व्याकरण द्वारा नेमीचन्द्र शास्त्री, पृष्ठ, 196