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________________ 90.00 30.00 Regd. No. R.No. 8340/75 TULASI PRAJNA October-November,1978 जैन विश्व भारती, लाडन महत्त्वपूर्ण प्रकाशन वाचना प्रमुख : आचार्य श्री तुलसी, विवेचक तथा सम्पादक : मुनि श्री नथमलजी आगम प्रन्थ : मूल्य अंगसुत्ताणि 1 (आयारो, सूयगडो, ठाणं, समवाओ) 85.00 2. अंगसुत्ताणि 2 (भगवई : विआपण्णत्ती) 3. अंगसूत्ताणि 3 (णायाधम्मकहाओ, उवासगदसाओ, अंतगडदसाओ,) अंणुत्तरोववाइयदसाओ, पण्हावागरणाइ, वियगसुयं) 80.00 उपर्युक्त तीनों ग्रन्थ संशोधित मूलपाठ, पाठान्तर, पाठान्तर-विमर्श, जाव" पूर्ति और उसके आधारस्थल, विषयसूची, सम्पादकीय तथा भूमिका से युक्त, प्रत्येक भाग 1100-1200 पृष्ठ] 4. दसवेआलियं (द्वितीय संस्करण) पृष्ठ 612 साईज डिमाई / 5. ठाणं पृष्ठ 1200, 125.00 6. आयारो-मूलपाठ, हिन्दी अनुवाद तथा टिप्पण 7. दशवकालिक (गुटका) मूलपाठ 8. उत्तराध्ययन (गुटका) मूलपाठ है. दशवकालिक तथा उत्तराध्ययन-मात्र हिन्दी अनुवाद 10. दशवैकालिक, उत्तराध्ययन (हिन्दी-पद्यानुवाद) प्रागमेतर ग्रन्थ : 11. श्रमण महावीर-मुनिश्री नथमल 12. भगवान महाबीर-आचार्य श्री तुलसी 5.00 13. भरतबाहुबलि महाकाव्यं -अनु० मुनि श्री दुलहराज 30.00 14. सत्य की खोज : अनेकांत के आलोक में-मुनि श्री नथमल 15. थ्योरी ऑफ एटम इन जैन फिलोसफी-जे० एस० जवेरी 16. श्रेणिक बिम्बिसार एण्ड कृणिक अजातशत्रु 17. प्रतिदिन का एक विचार (गुटका)-श्रीचन्द रामपुरिया -: प्राप्ति स्थान :जैन विश्व भारती, लाडनू (राजस्थान) Jain Vishva Bharati, Ladnun (Raj), 341306 प्रकाशक-मुद्रक : रामस्वरूप गर्ग, कार्यालय-सचिव, जैन विश्वभारती लाडन, श्याम प्रेस लाडन के लिए एस. नारायण एण्ड संस. 7117/18, पहाड़ी धीरज, दिल्ली में मुद्रित 3.50 15.00 10.00 E.00 5.00 4.00 a bducation Interational For Private & Personal Use Only www.jainefforafmorgiri
SR No.524516
Book TitleTulsi Prajna 1978 10
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNathmal Tatia
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1978
Total Pages78
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Tulsi Prajna, & India
File Size5 MB
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