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________________ घात से रक्षा करने को ये मंत्र दिये गये हैं? क्या यह रक्षा । आकर्षिणी, घंटाकरणी पिशाचिनी विशल्ला मम स्वप्न दर्शय हनुमंत, गोरखनाथ, नरसिंह आदि करेंगे? मांस खाने की बात | | स्वाहा। कहने वाले मंत्र क्या जैन मंत्र हो सकते हैं? प्रश्न-यह पिशाचिनी का मंत्र जपने से बचन सिद्धि (२) रक्षामंत्र ७ (पृ. १४-१५)- 'लकमान हकीम होगी? क्या वह पिशाचिनी हमारे मुख से बोलेगी? और वह हिकमत के बादशाह दमेस्यां मर्तजहाली चढे ख्वाजा इतवारी, नहीं निकली तो? क्या भूत-प्रेत, पिशाच भगाने के मंत्र और चढ़ी सर्वा पूरा की असवारी... इन पीरों की ऐसी हांक जे मारे | पढ़ने होंगे? क्या ये जैन मंत्र हैं? पिशाचिनी की आराधना सात समुद्र पार, आय लगाऊँ खुवाजा के पाय, गुरु चोर हराम | करना जैन धर्म में मान्य है? अगर यह पिशाचिनी ज्ञान व खोर... न करोगे तो दुहाई ख्वाजा मुईनुद्दीन की हाजरी सो हाजरी।' विद्या दे सकती है तो ज्ञान के क्षयोपशम का, ज्ञानावरणादिकर्म प्रश्न-ये लुकमान हकीम, ख्वाजा मुईनुद्दीन क्या जैन | फल का क्या मतलब रह जाता है? इस मंत्र के आगे पूर्वाचार्य हैं? क्या यह भाषा अनादि-अनिधन मंत्र की भाषा | कर्मसिद्धांत का विचार करने की क्या आवश्यकता रह जाती लगती है? है? कोई भी पाप करो और मंत्र से झडवा दो, मुक्ति हो (३) क्षेत्रपाल मूल मंत्र ४ - इस मंत्र के जपने से | जाएगी? बंधन छटे, बंदीखाने से छटे... (७) मंत्र ७-यह मंत्र १ लाख बार जपे तो सर्व प्रश्न-क्या चोरों, खूनी, डाकुओं के लिए काम आसान | विद्या आवे। सब झगडों से विजय होवे। नहीं हो जाएगा? कोई भी दुष्कृत्य करो, मंत्र जपने से जेल से प्रश्न - शिखरजी, गिरनारजी आदि विवादों में उलझे मुक्ति मिल जायेगी? क्या भगवान अंतरिक्ष पार्श्वनाथ तीर्थक्षेत्रों को यह मंत्र बडा ही लाभकारी है. अगर यह मंत्र (शिरपुर) जो कई वर्षों से ताले में बंद हैं, मुक्त हो सकते हैं? | प्रतिपक्ष के हाथ में चला गया तो क्या हम हार जायेंगे? बेचारे कार्यकर्ताओं के कोर्ट कचहरी के चक्कर से तो जान (८) धन व क्रय-विक्रय लाभ-१-इस मंत्र में छूटे? आज तक किसी आचार्य को यह क्यों नही सूझा? चावलों पर ५०० जाप करें और गल्ले में डाले तो क्रय (४) क्षेत्रपाल मूल मंत्र १३ - यह मंत्र जपने से | विक्रय में लाभ हो। क्षेत्रपाल प्रत्यक्ष आवे तथा गुड़ पानी में घोले... प्रसन्न भवति। प्रश्न - समाज में ८०% बेरोजगार जैन गरीब युवकों प्रश्न-क्या क्षेत्रपालजी को बुलाकर काफी काम | को छोटे-छोटे कारोबार दिला दिये जायें और इस मंत्र का । निकलवाये जा सकते हैं? गिरनार क्षेत्र पर अनधिकृत कब्जा पाठ पढ़ाया जाय तो क्या उनकी दरिद्रता दूर हो सकती है? जमाने वालों को ये क्षेत्रपालजी ठीक कर देंगे? सब समाज के संपन्न होने में इसमंत्र से बहुत लाभ होगा? (५) क्षेत्रपाल मूल मंत्र १५ - जाप २७००० कीजै। (९) वचन चातुर्य मंत्र ३-ॐ अजीजी भवानी कोडिया लोभाण खेवे।जाप पूरा हुयां पक्षी नैवेद्य संपूर्ण कीजै। स्वाहा... पाछे लापसी, घूघरी, बड़ा को भक्ष दीजै। जो कहे सो करे। प्रश्न-यह अजीजी भवानी कौन है? क्या वचन चातुर्य राजा प्रजा, वश करे, स्त्री-आकर्षण करे, ...परद्वीप देनेवाली सरस्वती है? या शिवाजी महाराज की कुलदेवता बैरीने नाखें। परदेस थी वस्तु आणी छै। परदेस मेवा आणी भवानी देवी है? क्या वचन चार्य किसी के देने से मिलता दे। भी है? क्या पशु की भाषा समझने से उनके दुख दर्द, प्रश्न - लोभाण (धूप) खेना, लापसी, घूधरी, बड़ा आक्रोश को भी मंत्र जपने वाले समझ सकेंगे? क्या यह मंत्र का नैवेद्य देकर अगर क्षेत्रपाल महाराज प्रसन्न होते हैं, तो क्या रोज यह नैवेद्य देकर हम जो कहेंगे सो वे करेंगे? ये पढ़कर पशु भाषा समझकर कसाइयों, बूचड़खाने वालों का हृदय परिवर्तन होगा? क्षेत्रपाल प्रभो! महँगाई कम कर दो! त्सुनामी लहरों से पीड़ित के मकान बनवा दो? राजा, प्रजा को वश में कर देंगे? स्त्री (१०) कर्ण पिशाचनी मंत्र-(कर्ण पिशाचनी देवी की आराधना, कर्ण पूजा कही है, जंगली बेर के कांटे और आकर्षण भी करवा देंगे? तब तो हर कोई ...खैर ! क्या आप जंगली बराह का दांत पास में रखने को कहा है।) विशेष यह । अलाउद्दीन के चिराग हैं? अगर हैं तो कम से कम हमें है कि यह मंत्र आ. गुणधरनंदी जी का स्वयं आजमाया हुआ, परदेस से बादाम काजू तो मँगवा दीजिए, ताकि भूख से मरने सिद्ध है। चैलेंज के साथ लिखा है कि कोई भी साधक आकर वालों को दे सकें। इसे परख सकता है। हमारा आ. गुणधरनंदीजी को विनयपूर्वक (६) ज्ञान व विद्या प्राप्ति मत्र ५ - यक्षिणी | निवेदन है कि अगर यह कर्णपिशाचिनी मंत्र उनको सिद्ध है. 12 जुलाई 2005 जिनभाषित Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.524298
Book TitleJinabhashita 2005 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatanchand Jain
PublisherSarvoday Jain Vidyapith Agra
Publication Year2005
Total Pages36
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Jinabhashita, & India
File Size5 MB
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