________________
मानिउं मानिउं सहु कहि, कीधउ सफल प्रयास, मोटा एह मया करइं, मूकइ केम निरास... २ नृप कहि सामग्री सजउ, वीवाह करवा वेग, छई सारिउ वर राजीयउ, महीपति मननइं गेह... ३
ढाल-१३
राग-सारंगमल्हार
देशी-दुलह किवसण दुहणी राधिकाजी... सोहवि सोहवि मिलिनइं आर्द्रकुमारनीजी, पीठी चोलई हो त्यांहि, सोवन सोवन पीठइ बिसी करीजा न्हवरावईं ते तांहि सो... बावन बावन चंदन लावइ अगरजाजी, चोआनई हो चमेल, रतन रतन जडीत सिरि ठावई सहेरोजी, नयणि अंजण धरई सो... भूषण भूषण पहिरावइं भामिनि मिलीजी, वागा अवल चुणाय, सुंदर सुंदर तूर तिहां बाजई घणांजी, गोरी थोके हो गाय, सो... तुरत तुरत विसार्या वरवहू माहरईजी, घडीउ लगन हो लीध, मंगल मंगल चारइं वरत्या चोरीइजी, आरिम कारिम कीध, सो... भरता भरतानई कन्या बेहुं एकठाजी, आरोगईं हो कंसार, मिसरी मिसरी सिउमाहे धृत मेलीआजी, जाणे अमीरसो संसार, सो... ५ सहुको सहुको कहिइं धन ए धनवतीजी पामी, पुण्य प्रमाणि आदन आदन देसन तणउ राजीओजी, पति भलउ इंद्र समाणि, सो... ६ इणीपरि इणीपरि सुंदरी गावई सोहलोजी, सारंगनई मल्हार तेरमी तेरमी ढालइ न्यानसागर कहीजी, परण्या आर्द्रकुमार, सो... ७
आर्द्रकुमारना लग्न राजा अने शेठ मुनिने प्रार्थना करे छे त्यारे ऋषि नीची दृष्टि राखे छे. “तमे वात मानो” ए प्रमाणे विनंती करे छे. ऋषि तैयार थाय छे. पछी राजा सामग्री सज्ज करीने विवाहनी तैयारी करे छे.
81