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________________ ४० अनुसन्धान-७५(२) पाप लागइ । हिव ते अनुमोदना ऊपरि राज्ञद्विष्टवणिकपुत्रनउ दृष्टांत जाणिवउ । ते किम् ?। एकइ नगरि एक व्यावहारियानउ बेटउ अतिरूपवंत अनइं स्त्रीलंपट वसइ । एकवार ते कुंअर रायनी बेटी-अंतेउरीनी दृष्टिइं पडिउ । अति रूपवंत देखी रायनी स्त्रीहुइ अनुराग उपनउ । अनइ कुंअरहुई ते रायनी स्त्री देखी अनुराग हूओ। इम परस्परइ राग हूओ। एकवार रायनी स्त्रीए ते कुंअर व्यवसायनउं मिस करीनई छानुं अंतःपुरमाहि तेडाविउ । तीणइ कुंअरइ रायनी स्त्री भोगवी पाछउ आविओ। ते वात राजाइ जाणीनइं कुंअर विणासीनइ चहुटामाहि नंखाविओ। जिम आज पूंठई अनेरउ कुणहुं एहवउ अन्याय न करई तेह भणी । पछइ वली ते कुंअर पाखती आपणा जण हेरू छाना मूक्या । ते मागि पडिउ देखी केतलाक स्त्रीलंपट लोक तेहुइ वखाणवा लागा । बापडउ किसिउ मांटी हूउ, जे ईणइ कुंअरइ रायनी स्त्री भोगवी । ते वात रायने जणे सांभली । ते लोक सगलाइ साह्या रायनइ लेई आप्या । कुमारीयानी प्रशंसा करता भणी राजाइ तेहे विणास्था । तथा केतलेएके लोके ते कुंअर निदिउ । ए किस्यिउं पापी हूंतु, जे ईणइ माता सरीखी रायइनी स्त्री न मूकी । एहवा जे कुकर्म करइ, ते इम जि विणास पामइं। रायनउ स्यउ दोष इम घणे निंदा कीधी । ते राजाइ मान्या । तिम जे महात्मा आधाकर्मी आहार भोगवइ, अनइ जे अनेरा महात्मा तेहनी प्रशंसा करइ ते कुंअर अनइ लोकनी परइ ते बिन्हइ महात्मा कर्मि करी विणासीइ । संसारमाहि रोलवीइं। इस्युं जाणिवउ । इति अनुमोदना दृष्टांतः ।। __इम चिहं प्रकारे आधाकर्म दोष लागइ । एह भणी आधाकर्म त्रिविधत्रिविधिई मन ।१। वचन ।२। काई ।३। करी करवइ, कराविवइ, अनुमोदनि करी सर्व प्रकारिइ महात्माइ वजिवउ ॥१५॥ हिव ए आधाकर्म कहिहुई सरीखुं कहिवराइ ? ते वात कहइ छइ - वंतु-च्चार, सुरा, गोमंस, - सममिमंति तेण तज्जुत्तम् । पत्तं पि कयतिकप्पं, कप्पड़ पुव्वं करिसघट्ठम् ॥१६॥ १. अत्रोपनयः - अंतःपुराभं आधाकर्म । वणिक्सुताभास्तद्भोजिनः । प्रशंसकाभास्त दनुमोदकाः । निंदकाभास्तद्गर्हकाः । नृपाभानि कर्माणि । मरणाभः संसारः । एषु दृष्टान्तेषु एकमुख्यार्थत्वे प्रसंगादन्यदपि योज्यम् ।
SR No.520577
Book TitleAnusandhan 2018 11 SrNo 75 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShilchandrasuri
PublisherKalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
Publication Year2018
Total Pages338
LanguageSanskrit, Prakrit
ClassificationMagazine, India_Anusandhan, & India
File Size22 MB
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