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________________ सप्टेम्बर - २०१८ १. लेविणु = लीधु २. पुणु = वळी ३. वियारिहिं = विचारो वडे ४. मुणउ = जाणो ५. निरुत्तउ = आसक्त ? ६. सारि = बळ ७. दुत्तर = दुखे तरी शकाय एवो दुस्तर ८. सपराणउ = श्रेष्ठ ९. पेस = नोकर = प्रेष्य १०. घण = घणुं ११. जह = जे प्रमाणे १२. सुयत्थ = श्रुतना अर्थो १३. विणउ = विनय १४. गज्जइ = गाजे छे १५. गुहिरप्पणि = गंभीर पणे १६. नाणनिहाण = ज्ञाननिधान शब्दकोश १७. दिणदिक्खिय = एक दिवसना दीक्षित १८. देक्खिय = देखी १९. पवर = श्रेष्ठ (प्रवर) २०. साहण = साधन (रथ) २१. इक्कय = एक पण २२. पंचत्त = पंचत्व (मृत्यु) २३. ढुक्कय = आवी चड्यो २४. नेमित्ति = निमित्तना जाणनार २५. पट्टिर्हि = पाट (राजगादी) पर ? २६. राहविडं = राख्युं = दूर कर्या २७. आरीसइ = आरीसामां २८. पिक्खइ = देखे छे ३०. विरत्तउ = वैराग्य पाम्या ३१. अप्पिहिं = पोता थकी ज = ३२. जाणावणइ जणाववाथी ३३. रिक्षि = ऋषि ३४. घल्लि = घाली, नांखी ३५. आपिहिं = पोते ज ३६. झुज्झि = युद्धमां ३७. बुज्झि = बोध पामी ३८. कासग = काउसग्ग ३९. वछर = वरस ४०. मज्जणइ = स्नान वखते ४१. सणकुमार = सनतकुमार (नाम) ४२. निरंभर = ? ४३. हक्कारइ = निमंत्रे ४४. अत्थाणि = राजसभामां ४५. सहसि = हजारो वडे ४६. मज्झइ = डूबे छे ४७. निवइ = नृपति उदायी (नाम) ४८. उदाइय = ४९. ओलगइ = सेवा करे ५०. अणिठिउ = अखूट ५१. लहवि = पामी ५२. ठीवइ = रहेवुं ५३. सविमाणय = विमाण सहित ५४. मिग्गवइ = मृगावती (नाम) ५५. जंत = जती ५६. एकल्ली = एकली ५७. मिल्हावइ = मूंकावे छे ६०. विनाणिर्हि = ज्ञान वडे ६१. आणियउ = आणवो ११५ ६२. भज्जह = भार्या, पत्नी ६३. सुहमणि = सुधर्मिणी, पत्नीओ ६४. तसु = तेना (?) ६६. लयउ = लीधुं ६६. सुंसम = सुसीमा (नाम) ६७. पत्त = प्राप्त थयेला
SR No.520577
Book TitleAnusandhan 2018 11 SrNo 75 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShilchandrasuri
PublisherKalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
Publication Year2018
Total Pages338
LanguageSanskrit, Prakrit
ClassificationMagazine, India_Anusandhan, & India
File Size22 MB
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