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________________ सप्टेम्बर - २०१८ आशीर्वचन अनुसन्धान (शोधपत्रिका) ने शुभाशीर्वाद अमदावादथी विद्वान आ. श्रीविजयशीलचन्द्रसूरिजी द्वारा सम्पादित तथा प्रकाशित थती आ शोधपत्रिका संशोधनक्षेत्रमां कोई जुदी ज छाप पाडनारी पत्रिका अना चालु अङ्को तो खरा ज पण विशिष्टअङ्को तो खास करीने विद्वानोनी जिज्ञासाने सन्तृप्त करनारा होय छे अने वारंवार वांचवानुं मन थाय तेवा होय छे. माननीय श्री हरिवल्लभ भायाणीना सम्पादनथी जेनो प्रारम्भ करवामां आव्यो छे ओ अनुसन्धानना अङ्कोओ श्री भायाणीजीनी गेरहाजरीमां पण अनुं स्तर जाळवी राख्युं छे ए आनन्दनी वात छे. आ विषयना निष्णात विद्वानो संशोधनात्मक लेखो मोकली आ पत्रिकाने समृद्ध करता रहे ओवी अमारी भलामण छे. ७४ अङ्क पर्यन्त अकबंध रहेली आ पत्रिका ज्यारे ७५मा अङ्कमां प्रवेशे छे त्यारे अमे तेने अन्तरना आशीर्वाद पाठवीओ छीओ तथा तेनो सदाकाळ जयकार इच्छीओ छीओ. सं.-२०७४ प्र. जेठ-वद ३ - आ. विजयहेमचन्द्रसूरि ता. १-६-२०१८ (देवान्तिषद्)
SR No.520576
Book TitleAnusandhan 2018 11 SrNo 75 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShilchandrasuri
PublisherKalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
Publication Year2018
Total Pages220
LanguageSanskrit, Prakrit
ClassificationMagazine, India_Anusandhan, & India
File Size19 MB
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