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________________ नवेम्बर - २०१४ १२३ १२४ अनुसन्धान-६५ कहे छे। साथे साथे सूरिदर्शननी उत्कण्ठा वर्णवी पत्र पूर्ण करे छ । कृतिकार तरीके विनयविजय, तेमना शिष्य कुंवरविजय तथा कस्तुरविजय एम त्रण नाम मळे छे. तेमां गुर्जरदेशनी तेमज ४४ थी १०८ गुणोनी रचना विनयविजयनी, १ थी ४५ गुणोनी गाथा कुंवरविजयनी तथा मरुधरवर्णनथी पत्रान्त विनन्ति सुधीनां पद्यो कस्तुरविजयना रचायेला छे. आम त्रण कविओनी रचना भेगी करी आ पत्र तैयार थयो होय एम बने. छतां आ बाबत पर विद्वानो पोताना विचारो जणावे ए ज आशा. शब्दार्थ १. उबारण = बचावनार २१. पलमादार = ? २. हेवा = इच्छा २२. चरणे = चारण (?) ३. निवाण = जलाशय २३. चित्राम = चितरामण ४. वरनवर = श्रेष्ठमां श्रेष्ठ २४. उस्तादइ = उस्ताद = होशियार ५. सोबायत = ? माणस ६. भायत = ? २५. उमया = पार्वती ७. नैना = नयन २६. मीर = पैसा ८. मुखमल = मखमल २७. रत्त = रक्त ९. सावटु = रेशमी जरियान वस्त्र २८. जोट = जोड १०. मुलतान = देशविशेषतुं वस्त्र ११. गुदरी = गुजरी, बजार ३०. रिछयाल = रक्षक १२. जुरत = जोडावू ३१. उन = तेमने १३. बज्जाज = कापडियो ३२. छेलां = कामीजन १४. सखरा = सुंदर ३३. भ्रूह = भ्रमर १५. सराफ = नाणां धीरनार ३४. सावक = ? १६. दमडा = द्रम्म, एक चलण ३५. होरांन = हेरान १७. ढेर = ढगलो ३६. वेसर = नथ, वाळी १८. मुंमन = मेमण, मुसलमानोनी एक ३७. फूटरलोक = सुंदरमनुष्य जात ३८. डार = ? १९. खरादी = लाकडा, हाथीदांत वगैरेनी ३९. वाघ = वस्त्र कोतरणी करनार ४०. हासल = दाण, कर २०. जरदार = भरतकामवाळु वस्त्र ४१. जिहांक = ज्यां ४२. जगाइत = जकात (?) ७१. दूणे = वे गणा ४३. तिहांक = त्यां ७२. फेर = फरक ४४. मेंगल = हाथी ७३. भमटा = भ्रमर ४५. चखाल = ? ७४. हासलडाण = कर, दाण ४६. सुजत्थ = ज्यां (?) ७५. पाक = नजीकमां ४७. विधात = विधाता ७६. पसार्या = दवावाळा (?) ४८. सुहत्थ = स्वहस्त ७७. माजनी = मांडणी, उंचाइ (?) ४९. जकमंध = ? ७८. चांतरो = चोतरो ५०. उदोत = उद्योत ७९. कबज = कब्जे ५१. हदोहद = मनोहर (?) ८०. मैजीद = मस्जीद ५२. पाधर = सीधा (का), सुधार्या ८१. जैन = अन्न, अनाज ५३. सामुहो = सामो ८२. सायरडांण = सागर ५४. घरासिया = गरासिया ८३. पव्वे = वज्रथी (?) बनेलो ५५. मोडखांप = मुगटना हीरा (आभला ८४. ओदादार = अधिकारी, होहादार जेवा (?) ८५. सैर = शहेर ५६. दगल = यूथ(?) ८६. किरमची = एक जातना कीडा ५७. दफै = विखेरी नाखे ८७. दांती = हाथीदातनी नकशी करनार ५८. त्रपमान = सूर्य ८८. कंसर्या = कंसारा(?) ५९. घन्न = मेघ ८९. दिसावर पीठ = अन्य देशनी पेढी ६०. तडदाह = विजळी (?) ९०. अत = अहिं ६१. भलक्कत = भालो ९१. रंगरेज = रंगारा ६२. सेल = एक प्रकारनो भालो ९२. मूंठ्या = हाथर्नु एक प्रकारचें घरेणुं ६३. नाज = नाद ९३. ठंठारा = कंसारा(?) ६४. बुगपंत = बगलानी पति ९४. उमेर = उमेद, इच्छा ६५. नगीना = [शहेररूप] झवेरातनी ९५. जरायत = वरसादना पाणीथी थती कारीगरी खेती ६६. नोख = टोच, अणी ९६. जारत = दर्शन ६७. रेजावासता = रेशमी वस्त्र ९७. झंगीक = मोटुं ६८. जरतास = झरीयान ९८. संगीक = मनोहर ६९. कटलो = कोटवाळ ९९. पाती = पत्र ७०. पंच = महाजन १००. सुगटी = सारा घाटवाळी
SR No.520566
Book TitleAnusandhan 2014 12 SrNo 65
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShilchandrasuri
PublisherKalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
Publication Year2014
Total Pages360
LanguageSanskrit, Prakrit
ClassificationMagazine, India_Anusandhan, & India
File Size1 MB
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