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________________ ___37 मुनिवरो हृदयपूर्वक आभार प्रदर्शित करे छे. ४. पत्र क्र. १२, १४, १५, १६, १७, १८, १९, २४, २६, २७, २८ आटला पत्रो प्राय: सचित्र छे. आ बधां चित्रोनुं एक सुन्दर प्रकाशन थq जोईए. अमारा माटे तो जे ते पत्रोना लखाण पूरती जेरोक्स ज उपलब्ध छे, चित्रोवाळा भाग नहि. परन्तु कोई रसिके आवं काम पण करवा जेवं खरं. ५. आ अङ्कगत पत्रो सम्पादन ए एक आकरी कसोटी तथा महेनत मागी लेतुं काम ह. छल्ला केटलाक महिना आ पत्रोना वांचन, सम्मान, सम्पादन पछी प्रूफवाचन, नोंधोनु लेखन - आ बधांमां वह्या छे. सामान्य के सहेलं मानी लीधेलं काम करवा बेठा त्यारे केटलुं श्रमसाध्य छे ते समजायुं. आमां घणो परिश्रम तथा समयव्यय मुनि त्रैलोक्यमण्डनविजयजीए कर्या छे. अने तेमनी हैयाउकलतने कारणे आ पत्रोनो क्रम गोठववाथी लईने अनेक बाबतो सरळ बनी गई छे. तेमने अभिनन्दन आपवां ज पडे. छेले एक महत्त्वनी वात : सम्पादननी अमारी क्षमता/आवडत मर्यादित छे. भाषाज्ञाननी सज्जता नहिवत् गणाय. छन्दबोध पण सीमित. अने आवां सम्पादन माटे चारणी-डिंगळी कोष, राजस्थानी कोष, गुजराती अने हिन्दी कोष - एम विविध कोषोनी, तथा अनेक सन्दर्भग्रन्थो-इतिहासग्रन्थो इत्यादिनी मदद लेवी अनिवार्यपणे जरूरी बने. अमारी अनेकविध मर्यादाओने कारणे अमे आवं कशुं ज कयु नथी. आ अमारी कबूलात छे, बचाव नहि. आ साधनोनी मदद लेवामां आवी होत, तो पदच्छेद, शब्दनी चोक्कस ओळख, तेना अर्थ- निर्धारण, छन्दोनी ओळख तथा तेना बंधारणप्रतिपादन, इतिहासना सन्दर्भो तथा पात्रोनो परिचय तथा कालानुक्रम - आ बधां विषे वधु चोकसाईपूर्वक काम थई शक्युं होत. अस्तु. तो पण आ काम करवामां एक अनेरो आनन्द आव्यो छे. 'अनुसन्धान ना मिषे, ४ अड्रोमां, विज्ञप्तिपत्रोनुं एक मातबर संकलन थई शक्युं, ते एक घटना लागे छे. एवं नथी के हजु आवा पत्रो नहि होय, पण आ प्रकाशन ते अप्रगट के भण्डारोमा दटाईने पडेला पत्रो माटे उद्दीपक- प्रेरक बनशे तो आ प्रयत्न लेखे लागशे. - शी. विज्ञप्तिपत्र-विशेषाङ्क ४, अङ्क ६५मां प्रगट थता तमाम विज्ञप्तिपत्रोना सम्पादको मुनि सुयशचन्द्रविजयजी मुनि सुजसचन्द्रविजयजी
SR No.520566
Book TitleAnusandhan 2014 12 SrNo 65
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShilchandrasuri
PublisherKalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
Publication Year2014
Total Pages360
LanguageSanskrit, Prakrit
ClassificationMagazine, India_Anusandhan, & India
File Size1 MB
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