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________________ २८ रीसाल - ईर्ष्यालु भूख - बुभुक्षु भूख क्षुधा - त्रि-पिपासु त्रिस पिपासा - खाणहार घस्मर पेटहडी - कुक्षिम्भर सर्वभखी - सर्वान्नीन लोभीउ – लिप्सु नीलज निर्लज्ज अहंकारी अहंहिउ(अहंयु) मातु मत्त मोटपेठउ टाली - कुबड छीमणु, वाम खोडउ - - - - - - - तुन्दिल खल्वाट कुब्ज मादउ रोग व्याधि छीक खास खस खाज पोडा कोढ हेडकी खञ्ज मइलु काणु काण, एकदृक्, कानतन (?) ढेढ दांतलु दातार (दन्तुर ?) अंधलु अन्ध, गताक्ष - मन्द, ग्लान क्षुत कास कच्छू वामन कण्डू पिग्(पिटक ?) कुष्ट हिक्का अनुसन्धान - ५३ श्रीहेमचन्द्राचार्यविशेषांक भाग - १ सोजा हरसा छादि वैद्य - - - तलार नावी सोनार छीपु घाची लोहार उषध पडीग्यु निरालुउं जो लेहउ लेखक आ - शोफ हर्षा(अर्श: ?) छर्दि चिकित्सक भेषज - - - = प्रतिकथक (?) निरालग संवत्सरक द्यूतकार आरक्षक नापित स्वर्णकार रजक मलिन अन्त्यज भील पुलिन्द चात्रिक (?) लोहकार सूत्रहार - सूत्रधार aणकार - कुविन्द बाह्मण वाडव, द्विज, विप्र क्षत्री क्षत्रिय वाणीउ वणिक्, वणिज, [गांधी] गन्धिक भंडारी - भाण्डागारिक कोठारी - कोष्ठागारिक महतु अमात्य पुरोहित - पुरोधस्
SR No.520554
Book TitleAnusandhan 2010 12 SrNo 53
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShilchandrasuri
PublisherKalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
Publication Year2010
Total Pages187
LanguageSanskrit, Prakrit
ClassificationMagazine, India_Anusandhan, & India
File Size845 KB
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