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अनुक्रमणिका
श्रीमुनिदेवसूरि रचित
श्री अभयाभ्युदयमहाकाव्य सं. मुनिसुयशचन्द्र-सुजसचन्द्रविजयौ १ एक फूटकळ पत्र-अन्तर्गत शब्दयादी कान्तिभाई बी. शाह २८ जैन श्रावकाचार में पन्द्रह कर्मादान : एक समीक्षा
डॉ. कौमुदी सुनील बलदोटा ३७ सुश्री कौमुदी बलदोटा का शोधपत्र
जैन श्रावकाचार में पन्द्रह कर्मादान : एक समीक्षा इस पर कुछ विचार
मुनि कल्याणकीर्तिविजय ५० मध्यकालीन गुजराती साहित्य : प्रतीक्षा, पडकार अने सम्प्राप्ति
कान्तिभाई बी. शाह ५६ प्राचीन जैन साहित्यमें
आयुर्वेद तथा भगवान् महावीर का गर्भापहरण डा. जगदीशचन्द्र जैन ६६ भगवान् महावीर का गर्भापहरण : एक वास्तविक घटना
विजयशीलचन्द्रसूरि ७९ विहंगावलोकन
उपा. भुवनचन्द्र ८३ Perculiarities of Jain Mahārāstri Literature
Dr. Nalini Joshi cu
माहिती :
नवां प्रकाशनो
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