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अनुक्रमणिका
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श्री श्रीधर प्रणीत गुरुस्थापना-शतक - म. विनयसागर पादमूर्तिमयं स्तोत्रपञ्चकम्
अमृत पटेल श्रीश्रेयांसजिन स्तवन
सं. उपाध्याय भुवनचन्द्र चोत्रीश अतिशयवर्णन गर्भित
श्रीसीमन्धरजिन स्तवन सं. पं. महाबोधिविजयजी
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पत्र चर्चा
जसराज ही जिनहर्षगणि हैं उ. चरित्रनन्दी की गुरुपरम्परा एवं रचनाएं कल्याणचन्द्रगणि सम्पादकीय टिप्पणी : चिन्तन विहंगावलोकन
म. विनयसागर म. विनयसागर म. विनयसागर म. विनयसागर उपा. भुवनचन्द्र
माहिती-१ भारतीय योग परम्परा के परिप्रेक्ष्य में जैन योग विषयक त्रिदिवसीय अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी का पहली बार आयोजन 69 माहिती - २
नवां प्रकाशनो
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