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January-2003
65 आवेली भलामणोना दबाणने वश थईने अपात्रने पद न अपाई जाय तेथी आवो परिपत्र जाहेर कर्यो के आटली (आ परिपत्रमा वणित) लायकात संपादन करेली होय तेवी व्यक्ति माटे ज पंडित पद माटेनी विनति करवी ।
आ परिपत्रनी आ पृष्ठभूमिका छे अबुं हुं समज्यो छु । परिपत्रना अर्थविश्लेषणनी 'अनुसंधान'ना अभ्यासी वाचको माटे हुं जरूरत जोतो नथी । स्हेज विचारवाथी बधुं स्पष्ट समझाई जाय तेवू छे । आम संदर्भ समजवा आटलुं लख्युं छे ।
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