________________ 58 अनुसन्धान 35 इति श्री दोधक बावनी संमाप्ता नाम संपुर्णम् // शब्द अर्थ اس x مر مر س مر जुवती? مر * +72& MMMM.ME له سه سه कठिन शब्दोना अर्थ पंक्ति किच कीचड-गंदकी असुंच अशुचि द्वंधा धंधो पीत्तर पित्तल तनक लेश जवती कोट गढ (अज्ञाननो) गोला तोपगोला (ज्ञानना) प्रापत्ति प्रारब्ध (?) वांगुल वडवागोल निपट(?) नफट शूरो बूंब व्यसन याग हिंसक यज्ञ वारधी मेघ रती- चणोठीy (?) C/. देवीकमल जैन स्वा. मन्दिर ओपेरा, विकासगृह पासे, अमदावाद-३८०००७ س ه مر س विसन مر مر به Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org