________________ Vol. IH - 1997-2002 भद्रकीर्ति.... 315 सन्दर्भग्रन्थ सूची : 1. "वादी-कवि बप्पभट्टिसूरि,' निर्ग्रन्थ - प्रवेशांक, सं. मधुसूदन ढांकी : जितेन्द्र शाह, अहमदाबाद 1996, गुजराती विभाग, पृष्ठ 12-15. 2. (अ) श्री भैरवपद्मावती कल्प अंतर्गत, (द्वितीय संस्करण), सं. साराभाई मणिलाल नवाब, अहमदाबाद 1996, पृ. 159 160. (आ) सिद्धसरस्वतीसिंधु अंतर्गत, सं० चन्द्रोदयसूरि, सूरत 1994, पृ. 17. (ई) ला. द. भे. सू. 24675 (L. D. Institute of Indology Ahmedabad.) 3. श्री बप्पभट्टिसरि विरचित-चतुर्विशतिका, सं० श्री हीरालाल रसिकदास कापड़िया, श्री आगमोदय समिति मुंबई, प्रथम __संस्करण, मुंबई 1926, पृष्ठ 181-185. ('सिद्धसारस्वतस्तोत्र' का ही दूसरा नाम 'शारदास्तोत्र' है / ) 4. जैनस्तोत्र सन्दोह - प्रथम भाग, सं. चतुरविजयमुनि, प्राचीन (जैन) साहित्योद्धार ग्रन्थावल्याः प्रथम पुष्प, अहमदाबाद 1932, पृ. 29-30. 5. स्तुतितरङ्गिणी-भाग-२, सं. श्रीमद् विजयभद्रङ्करसूरि, श्रीभुवनतिलक सूरीश्वर ग्रन्थमाला-५०, मद्रास वि. सं. 2043 / ई. स. 1987, पृ. 277. ६.'बप्पभट्टी कथानक,' अज्ञात कर्तृक प्रबन्ध-चतुष्टय, सं. रमणीक म. शाह, कलिकाल सर्वज्ञ श्री हेमचन्द्राचार्य नवम जन्मशताब्दी स्मृति संस्कार शिक्षण निधि, अहमदाबाद 1994, पृ. 67-68. ★टिप्पण 3 अंतर्गत निर्देशित ग्रन्थ. 7. काव्यप्रकाश (प्रथम उल्लासः, द्वितीया कारिका), वाराणसी वि. सं.-२०४२ / ई. स. 1986 पृ.-१०. 8. काव्यप्रकाश - 4/27-28, 9. साहित्यदर्पण 3/1. 10. दशरूपक-४/३५-३६ (पृष्ठ 92-93), निर्णयसागर प्रेस, ५वाँ संस्करण, बम्बई 1941. 11. प्रबन्धचतुष्टय अंतर्गता 'जिनस्तुति' - श्लोक-६. 12. वहीं-श्लोक-७. 13. वहीं श्लोक-५. 14. चन्द्रालोक, चौखम्बा संस्कृत पुस्तकालय, बनारस 1945 ई. पंचमे मयूखे 68 पृष्ठ 149. 15. वहीं - 5-61 पृष्ठ 139. 16. वहीं - 5-78 पृष्ठ 158. 17. वहीं - 5-77 पृष्ठ 157. 18. काव्यप्रकाश, प्रथम उल्लास, कारिका 3, पृष्ठ 19, (तददोषौ शब्दार्थों सगुणावनलङ्कृती पुनः क्वापि). 19. रसगङ्गाधरः - पुनः मुद्रण - दिल्ली, 1983, पृष्ठ 4, (प्रथमानने प्रथमा कारिका) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org