________________ This two Loggas Kausagga is - for Charitra - Conduct फिर सव्व-लोए अरिहंत-चेइआणं सूत्र (सूत्र नं.19) कहकर, एक लोगस्स का काउस्सग्ग करें. This one Loggas Kausagga is - for Darshan - faith काउस्सग्ग पारकर पुक्खर-वर सूत्र कहकर, एक लोगस्स का काउस्सग्ग कर, काउस्सग्ग पारकर, सिद्धाणं बद्धाणं सूत्र कहें. This one Loggas Kausagga is - for Jnan (Gyan) - Knowledge * भवण-देवया करेमि काउस्सग्गं, अन्नत्थ सूत्र कहकर, एक नवकार का काउस्सग्ग कर, काउस्सग्ग पारकर * पुरुष नमोर्हत् और ज्ञानादि-गुण की स्तुति कहें * एवं स्त्रियां मात्र कमल-दल की स्तुति कहें. This one Navkar Kausagga is for protector god of the building फिर खित्त-देवयाए करेमि काउस्सग्गं, अन्नत्थ सूत्र कहकर, एक नवकार का काउस्सग्ग कर, काउस्सग्ग पारकर * पुरुष नमोर्हत् और यस्याः क्षेत्र की स्तुति कहें * एवं स्त्रियां मात्र यस्याः क्षेत्र की स्तुति कहें. This one Navkar Kausagga is for protector goddess of the area 6th Avashyaka - Pachchakhana फिर एक नवकार कहकर, छठे आवश्यक की मुहपत्ति का पडिलेहण करके, दो बार वांदना Sixth Avashyaka vidhi complete - because Pachchhakhana was done in the beginning of Pratikraman. Announcement Completion of Pratikraman Announcement stating that we have completed all six Avashyakas * फिर सामायिक, चउव्वीसत्थो, वंदन, पडिक्कमण, काउस्सग्ग, पच्चक्खाण किया है कहे. As per ancient tradition, now Samvatsari Pratikraman is complete However later on several Acharyas at different have added the following rituals to celebrate the completion of Pakkhi, Chaumasi, or Samvatsari Pratikraman. 2.4 Spiritual Celebration after Completion of Pratikraman Recitation of Stuti, Stavan and Prayer to celebrate the completion of Six Avashyak Stuti Recitation - Namostu Vardhmanay or Samsardava * फिर बैठकर, इच्छामो अणुसट्ठिं, नमो खमासमणाणं कहें. पुरुष नमोर्हत् और नमोस्तु वर्धमानाय स्तुति कहें (Compiled by Purvadhar and hence only men can recite)