________________ एवं स्त्रियां संसार-दावा स्तुति की तीन गाथाएं कहें. Stavan Recitation - Ajitshanti * फिर नमुत्थु णं, नमोर्हत्, अजित-शांति स्तवन कहें. * फिर सिर्फ पुरुष ही वरकनक बोलें. ___With this Varkanak sutra we bow to 170 Tirthankars Panch Parmesthi Namaskar फिर खमासमण पूर्वक भगवान्हं आदि कहें. फिर दायां हाथ चरवले | कटासणे पर रखकर, अड्ढाइज्जेसु सूत्र कहें. With Addhaijesu sutra we bow to all monks and nuns of Adhi Dveep Prayashchita for any Atichar occurred during Pratikraman Vidhi फिर इच्छाकारेण संदिसह भगवन् देवसिअ-पायच्छित्त-विसोहणत्थं काउस्सग्ग करूं? इच्छं, देवसिअ-पायच्छित्त-विसोहणत्थं करेमि काउस्सग्गं, अन्नत्थ सूत्र कहकर, चार लोगस्स का काउस्सग कर (चंदेसु निम्लयरा), काउस्सग्ग पारकर, लोगस्स कहें. Sajjaya - Samsardava * फिर खमासमण इच्छाकारेण संदिसह भगवन् सज्झाय संदिसाइं? इच्छं कहें. * फिर खमासमण इच्छाकारेण संदिसह भगवन् सज्झाय करूं? इच्छं कहकर, नवकार, उवस्सग्गहरम, संसार-दावा सज्झाय (संसार-दावा में झंकारा-राव से ऊंची आवाज में सकल संघ मिलकर बोले); एवं नवकार कहें. Brahad Shanti Recitation फिर खमासमण इच्छाकारेण संदिसह भगवन् दुक्ख-क्खय कम्म-क्खय निमित्तं काउस्सग्ग करूं? इच्छं, दुक्ख-क्खय कम्म-क्खय निमित्तं करेमि काउस्सग्गं, अन्नत्थ सूत्र कहकर, संपूर्ण चार लोगस्स का काउस्सग्ग करे, काउस्सग्ग पारकर, नमोर्हत् एवं बृहच्छान्ति बोले (यदि समूह में प्रतिक्रमण करते हो तो प्रथम एक व्यक्ति काउस्सग्ग पार कर बृहच्छान्ति बोले व अन्य कायोत्सर्ग मुद्रा में ही रहकर संपूर्ण बृहच्छान्ति सुन लेने के बाद ही काउस्सग्ग पारें.) बोलकर, लोगस्स कहें Santikaram Recitation प्रतिक्रमण के अंत में संतिकरं कहें. Santikaram Stotra helps to remove any Upsarga and Parishah that may occur to us. यहां पर देवसिअ प्रतिक्रमण समाप्त होता है. 10