________________ Kausagga - 40 Loggas फिर करेमि भंते, इच्छामि ठामि, तस्स उत्तरी और अन्नत्थ सूत्र कहें. * फिर चालीस लोगस्स और एक नवकार (न आये तो एकसौ साठ नवकार) का काउस्सग्ग करें. काउस्सग्ग पारकर, लोगस्स सूत्र कहे. Note - 40 Loggas X 25 Sampada = 1000 + 8 Sampada of Namaskar Sutra=1008 In Chaumasi pratikrman Kaussaga = 20 Loggas x 25 Sampada = 500 Sampada In pakkhi pratikrman Kaussaga = 12 Loggas x 25 Sampada = 300 Sampada Monk's Samvatsari Khamant Khamasana * फिर मुहपत्ति का पडिलेहण कर, दो बार वांदना दें. फिर इच्छाकारेण संदिसह भगवन् समत्त खामणेणं अब्भुठिओमि अभिंतर संवच्छरीअं खामेउं? इच्छं खामेमि संवच्छरीअं, एग-पक्खस्स पनरस-राइ-दिवसाणं जं किंचि... (सूत्र नं.36) कहें. फिर खमासमण इच्छाकारेण संदिसह भगवन् संवच्छरी-खामणां खामुं? इच्छं कहकर, चार खामणां खामना सूत्र मुनि भगवंत कहें एवं मुनिराज न हों तो गृहस्थ प्रत्येक बार खमासमण - इच्छामि खमासमणो कहकर दायां हाथ चरवले | कटासणे पर रखकर पहली, दूसरी, चौथी बार नवकार, सिरसा मणसा मत्थएण वंदामि कहें. एवं तीसरी बार नवकार, तस्स मिच्छा मि दुक्कडं कहें. 2.3 Daily (Devsiya) Pratikraman Part 2 Now Daily (Devsiya) Pratikraman vidhi continue Daily (Devsiya) Pratikraman vidhi continue after Vanditu Sutra देवसिअ प्रतिक्रमण की विधि (दुसरा भाग) 1. फिर देवसिअ प्रतिक्रमण की विधि के अनुसार वंदित्तु सूत्र के आगे की विधि करें. 2. फिर दो बार वांदना देकर, अब्भुठिओमि खमामेमि सूत्र कहें. 3. फिर से दो बार वांदना देकर, हाथ जोड़कर, आयरिय उवज्झाय सूत्र कहें. In Aayario Uvajjay Sutra, we ask for forgiveness from every living beings; 1st Gatha from Acharyas, 2nd Gatha from all monks and 3rd Gatha Sakal Sangh. 5th Avashyaka - Kausagga फिर करेमि भंते, इच्छामि ठामि, तस्स उत्तरी एवं अन्नत्थ सूत्र कहकर, दो लोगस्स का काउस्सग्ग कर, काउस्सग्ग पारकर, लोगस्स सूत्र कहें.