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________________ परमपूज्या श्री १०५ गरिनी श्राविका विदुषिरत्न सम्यग्ज्ञान शिरोमरिण सिद्धान्त विशारद, जिनधर्म प्रचारिका विजयामती माताजी का मंगलमय शुभाशीर्वाद ग्रंथमाला समिति के प्रकाशन संयोजक श्री शान्ति कुमार जी गंगवाल के पत्र से विदित हुवा कि श्री दिगम्बर जैन कुथु विजय ग्रंथमाला समिति जयपुर (राजस्थान) के द्वारा १७वें पुष्प के रूप में "व्रत कथा कोष" ग्रंथ का प्रकाशन करवाया जा रहा है । यह जानकर परम हर्ष है । ग्रंथ प्रकाशन कार्य के लिये ग्रंथमाला समिति के प्रकाशक संयोजक श्री शान्ति कुमार जी गंगवाल व उनके सहयोगीयों को हमारा पूर्ण आशीर्वाद है कि आप इसी प्रकार धर्म प्रभावना का कार्य करते हुए सदा प्रागमानुकूल आर्ष परम्परा के पोषक ग्रंथों का प्रकाशन करते रहे । गणिनी का विजयामती
SR No.090544
Book TitleVrat Katha kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKunthusagar Maharaj
PublisherDigambar Jain Kunthu Vijay Granthamala Samiti
Publication Year
Total Pages808
LanguageHindi
ClassificationDictionary, Ritual_text, Ritual, & Story
File Size21 MB
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