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वक्तृत्य कला के बीज
मुसलमानों के-कुरानशरीफ एवं हदीसशरीफ-बुखारीमुस्लिम आदि हैं। सिखों के--गुरुग्रंथसाहेब. जपुजीसाहेब, एवं सुखमणिसाहेब हैं। पारसियों के-अवेस्ता हैं। इसके यस्न, वीस्परत्, यस्त, बेंदीदाद आदि अनेक भाग हैं। आर्यसमाजियों का मुख्य ग्रंथ सत्यार्थप्रकाश है।
-विभिन्न वर्शनों की धार्मिक पुस्तकों से