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लखक
१. यदि तुम लेखक बनना चाहते हो तो लिखो !
-इमिटेटस २. विचारो अधिक, बोलो अत्यल्प और लिखो उससे भी थोड़ा।
–इटालियन लोकोक्ति ३. : फालतू चीज मत लिखो ! जिसमें पूरा मन लगे, पूरा रस
मिले और पूरी झुबकी आये, वही लिखो ! लिखकर सम्पादक की दृष्टि से पढ़ो और कमियां सुधार दो ! कुछ दिन बाद फिर पढ़ो और नई बातें सूझें, उन्हें उसमें .. बढ़ादो ! पढ़ते समय सूझे की यह कुछ नहीं है, तो उसे
तुरत फाड़कर फैक दो ! । ४. पंचमजाज ने २० पृष्ठ का एक भाषण लिखा । सेक्रेटरी
उसे पढ़ता गया और जार्ज कम करता गया। शेष पांच
पृष्ठ रखे ! जार्ज का वह भाषण सर्वोत्कृष्ट माना गया। ५. जो लेखक व वक्ता अपने भावों को छोटा करना नहीं
जानता वह कभी सफल नहीं होता। –एमसन लिखते वे लोग हैं, जिनके अंदर कुछ दर्द है, अनुराग है, विचार है। जिन्होंने धन, भोग और विलास को लक्ष्य बना लिया, वे क्या लिखेंगे !
---प्रेमचन्द