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वक्तृत्वकला के बोज
गीच, सम्बर, शूकर, गर्म, बिच्छू और गोह आदि अधम गिने
जानेवाले निर्वस्त्रों के रूप में उत्पन्न होती हैं। ३. इन्दौर में पुजारी का दब साँप ट गया, रात को उसे
पीने से पुजारी मर गया। ४. उत्तरप्रदेश में रांधत समय स्वीर में साँप गिर जाने मे
काफी बराती मर गए। मुजफ्फरनगर के गाँव में रात को पानी पीत समय बिछु आ गया एवं गले में डंक मारने गे, पानी पीनेवाला व्यक्ति मर गया। गोगुंदा (उदयपुर) में रात को खाते समय एक भाई के मुंह में आम के आचार की जगह मरी हुई चुहिया आ गई।