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________________ साधना १. साधना के बिना ईश्वर नहीं मिलता। -स्वामी रामकृष्ण २. नित्य साफ न करने से पीतल के पात्रों की तरह साधना का हृदय भी अपवित्र हो जाता है। तोतापुरी 7. पानी पर झिस्टी हो, लगी खूब, विस्ती में पानी हो, जायेगी ड्व । -उर्दू शेर भावार्थ-पानी पर किस्ती की तरह संसार में रहकर तो साधक तर सकते हैं, किन्तु किस्ती में पानी की तरह यदि साधकों के मन में मोह-मायारूप संसार घुस गया, तो फिर वे कभी नहीं तरेंगे । जैसे-शा में मक्खन का रहना अनाना है, किन्तु मक्खन में छाछ का रहना ठीक नहीं । उसी प्रकार संसारियों में साधुत्व की भावना का रहना अच्छा है, किंतु साधुओं में संसार की भावना का रहना ठीक नहीं। ४. पहली डुबकी में यदि रत्न न मिले तो रत्नाकर को रत्नहीन मत समझो ! -स्वामी रामकृष्ण ५. अणुवओगो दध्वं । ___ - अनुयोगद्वार-सूत्र १३ उपयोग शून्य साधना दहा है, 'भाव नहीं ।
SR No.090530
Book TitleVaktritva Kala ke Bij
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDhanmuni
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages837
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size8 MB
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