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वक्तृत्वकला के बीज
८. नास्तिकता का मूल कारण आज की पढ़ाई
पुरानी पढ़ाई में तीनों दशाओं का विचार होता था, आज केवल जागृतदशा का होता है। पुरानी पढ़ाई में दृश्यद्रष्टा दोनों का विचार था, आज मात्र दृश्य का है । पुरानी पढ़ाई में आत्मा और शरीर दोनों भिन्न समझाये जाते थे, आज आत्मा का लक्ष्य प्राय: नहीं है तथा पुरानी पढ़ाई में विनय की मुख्यता थी आज विनय की कमी होती जा रही है-इन सभी कारणों से नास्तिकता बढ़ रही है ।
HRMDiwan
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