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अर्थ - अंक क्रमसे
चौदह स्थानों में
छह और आठ इतने पल्य तथा दो कला
( ८६६६६६६६६६६६६६६ पल्य ) प्रमाण समस्त ऋद्धोश पटल में उत्कृष्ट आयु है || ४७९ ।। - ठाणे तिया पर्वक कमसो हुवंति पल्लाणि ।
एक्क - कला - बेहलिए, उक्कस्साऊ सपदरम्मि ||४८० ||
माथा : ४८०-४६४ ]
९३३३३३३३३३३३३३३ । 1
प्रथं - अंक क्रम से चौदह स्थानों में तीन और नौ, इतने पल्य एवं एक कला
( ९३३३३३३३३३३३३३३३ पल्य ) प्रमाण वैडूर्य पटल में उत्कृष्ट आयु है | १४८०॥
म महाहिया
( ११३
परणरस' द्वाणेसु णहमेकंक - वकमेण पल्लागि ।
-
1
उपकस्साऊ रुचकदयम्मि सेढी पइण्णएस पि ॥ ४६१ ॥
-
2000000000000000|
अर्थ--अंक क्रमसे पन्द्रह स्थानों में शून्य और एक इतने ( १००००००००००००००० +) पल्य प्रमाण रुचक इन्द्रक एवं उसके श्रीबद्ध और प्रकीर्णक विमानोंमें उत्कृष्ट प्रायु है ।।४८१ ॥ चोल - ठाणे छक्का, हमेकंक वकमेण पल्लाणि ।
दोणि कलाओ रुचिरिवयम्मि आउस्स उक्कस्सो ||४८२ ।।
१०६६६६६६६६६६६६६६ । १ ।
अर्थ - अंक क्रमसे चौदह स्थानोंमें छह, शून्य और एक इतने पल्य और दो कला { १०६६६६६६६६६६६६६६३ पल्य ) प्रमाण रुचिर इन्द्रकमें उत्कृष्ट आयु है ।।४८२ ।।
चोद्दस ठाणेसु तिथा, एक्केक्क - कमेण होंति पल्लाणि ।
एक्क-कल चिचय किंवयम्मि आउस्स उपकस्सो ||४८३||
११३३३३३३३३३३३३३३ । उ॑ ।
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अर्थ - अंक क्रमसे चौदह स्थानों में तीन, एक और एक इतने पल्य और एक कला ३३३३३३३३३ पल्य ) प्रमाण त इन्द्रकमें उत्कृष्ट आयु है ||४८३ ||
चोट्स - ठाणे सुष्णं, दुगमेषक - वकमेण पल्लाणि । उक्कस्साक पडिवियम्मि सेढी पइण्णएस पि ॥ ४६४ ||
१. द. चोस । २. द. ब. ति ।
१२००००००००००००००।