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________________ ; ] तिलोय पण्णत्ती [ गाया : २६२ विशेषार्थ -- जम्बूद्वीपका बादर क्षेत्रफल ३४ (०) अथवा ३ (२५०००००००० ) वर्ग योजन है और उसका सूक्ष्मक्षेत्रफल १०४ ( २५०००००००० ) वर्ग यो० है । इसीप्रकार लवण समुद्रका बादर क्षेत्रफल - ३ × [ ( ५००००० ) – ( १००००० ) 2 ] अथवा ३ x [ ६२५०००००००० २५०००००००० ] वर्ग यो० अथवा ३× [ ६०००००००००० ] वर्ग योजन है । और उसका सूक्ष्म क्षेत्रफल - √x[ ६०००००००००० ] वर्ग योजन है । लवरणसमुद्रका बादर एवं सूक्ष्म ( प्रत्येक ) क्षेत्रफल जम्बूद्वीप के बादर एवं सूक्ष्म ( प्रत्येक ) क्षेत्रफल २४ गुणा है । यथा -- लवण समुद्रका बादर क्षेत्रफल = ( जम्बूद्वीपका बादर क्षेत्र० x २४ ) - ३ x ( २५०००००००० x २४ ) =३×(६००००००००००) वर्ग यो० । लवणसमुद्रका सूक्ष्म क्षेत्रफल = ( जम्बूद्वीपका सूक्ष्म क्षेत्र० x २४ ) = १०× ( २५०००००००० × २४ ) = Viox { ६००००००००००) वर्ग योजन 1 इसीप्रकार जम्बूद्वीप के बादर एवं सूक्ष्म क्षेत्रफलसे घातकीखण्ड के बादर एवं सूक्ष्म क्षेत्रफल प्रत्येक १४४ गुणे हैं । घातकी खण्डका बादर क्षेत्रफल = ३ x [ ( १३००००० ) - ( अथवा ३x [ ३६०००००००००० ] वर्गं योजन है । ५००००० ) ] X उसीका सूक्ष्मक्षेत्रफल - २० [ ३६०००००००००० ] वर्ग योजन है । जो जम्बूद्वीप के क्षेत्रफलसे क्रमशः १४४ गुने हैं । जम्बूद्वीप के क्षेत्रफलसे स्वयम्भूरमण समुद्रका क्षेत्रफल कितना गुणा है ? उसका कथन - तत्थ अंतिम वियपं वत्तइस्सामो-जगसेढीए वग्गं ति-गुणिय एक्क -लक्खछष्णउदि सहस्स- कोडि-रूवेहि भजिदमेतं पुणो ति गुणिव-सेंट चोद्दस - लक्ख-रूवे हि भजिय-मेत हि अमहियं होदि पुणो णव कोसेहिं परिहीणं । तस्स ठवभा
SR No.090506
Book TitleTiloypannatti Part 3
Original Sutra AuthorVrushabhacharya
AuthorChetanprakash Patni
PublisherBharat Varshiya Digambar Jain Mahasabha
Publication Year
Total Pages736
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Geography
File Size15 MB
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