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पापा २०१६-२०१६] पउत्थो महाहियारो
[ ५५१ नन्दन-वनका निर्देशstav पंच साई बुत्ता, शिशा सहसायला गंतु । सोमनसायो हे, होदि वर्म प्रवर्ण जाम ॥२०१३।।
। ६२५०० । पर्ष :- सौमनरा बनसे पासठ हजार पाचसो ( ६२५०० ) योनन प्रमाण नीचे जाकर नन्दन नामक वन है ।।२०१३।।
पण-सय-जोयरण-कब, कामीयर - वेरियाहि परियरिय' । चउ - तोरण • पार - जुवं, खुल्लय-धारेहि गंवणं रम्मं ॥२०१४॥
। ५०० । म: बह रमणीक नन्दन वन पांचमी (५०.) योजन विस्तृत है; स्वर्णमय वेदिकामोंमे वेष्टित हे सपा लघु-बारों के साथ भार तोरणद्वारोंमे संयुक्त है ॥२०१४।।
एव य सहस्सा पब-सय-बनवाना जोयनाणि छम्भागा । एक्सरसेहि हिला वं. गंवण-बाहिरए होवि विसाम्भो ॥२०१५॥
पर्य :-नन्दन बनके वाह्य भागमें नौ हजार नौसी चौवन पोजन पौर, ग्यारहसे मार्जिन छह भाग { ९६ योजन ) प्रमाण विस्तार है ।।२०१५॥
एक्कत्तोस - सहस्सा, परस्सया नोगलागि उणसोबो। दमानस्स परिणी, बाहिर - भागम्मि अपिरिता ।।२०१६॥
1 ३१४७६ | :-नन्दन वनके पास भागमें परिधिका प्रमाण इकतीस हजार पारसो उन्यासी ( ३१४७६ ) योजनसे अधिक है ॥२.१६॥
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ब. क. प. य. स. ह. परिरिया। २. व.स.क.ब.प... एककरहिया।