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सिलोयपणतो [सालिका : ४., गाथा : १४८५-१४८२
४३. तालिका 1.
रुद्रोंका परिचय-गा० १४५६-१४८०
संयम-काल |
उत्सेध नाम
संस्प | पर्यायान्तर आयु कुमारकाल
माई का १. मोमावलि | ५०० धनुष | ८३ लाख पूर्व २७६६६६६. २७६६६६८ २५६६६६६. सातवा नरक २. जिसशत्रु | ४५० ७१ साल पूर्व २३६६६६६. | २३६६६६८,२३६६६६६..
२ लाख पूर्व |६६६६६ पूर्व | ६६६६८ पूर्व |६६६६६ पूर्व | अठा ४. श्वानस
१ लाख पूर्व ३३३३३ पूर्व १३३३४ पूर्व ३३३३३ ....
|४ , वर्ष २८ मास वर्ष | २८ लाख वर्ष २८ लास वई , अचल
६० लाख .. २० लाख घर्ष | २७ लाख वर्ष२० . . | ७. | पुजारीक | ५० लाख व १६६६६६६६६६६६६८ , १६६६६६६ .... ८. अजितन्वर ५.. | ४० लास्त्र .. १३३३३३३ , ९३३३३३४ . १३३३३३३. .. अजितनाभि २८ .. | २० लाख .. ६५६६६६ वर्ष ६६६६६८ वर्ष ६६६६६६ ., चौथा
१० लाख .. २३३३३३ ३३३३३४ .. ३३३३३३ . , ., पात्यकिपुत्र ७ हाप ६६ वर्ष । ७ .३४ . २८ . तीसरा ॥
| सुप्रतिष्ठ
नारदोंका निर्देशभौम-महभीम-कहा, महण्हो बोलि काल - महकाला ।
तुम्मुह - गिरयमुहायोमुह - गामा भय य नारा ||१४८१॥
पर्ष :--मीम, महाभीम, रुद्र, महारुद्र, काल, महाकाल, दुख, नरकमुत और अधोमुख ये नौ मारद हुए हैं ॥१४८१॥
रुदा इस अइबद्दा, पाव - गिहागा हवंति सब्जे है। कसह - महाजम्झ - पिया, प्रबोगया वामुरेष व्य ।।१४१२॥