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________________ गाना : १४४३-१४४६ ] जस्तो महाहियारो [ ४१७ कोमारो बोणि सपा, रासा पण्णास मंसीपत ।. . ते विजयो पन्ना, इगितीस-सहस्स-साग-सबा र १४४३।। वर्ष:-दत्त नारायणका कुमारकाल दोसौ वर्ष, मण्डलीककाल पचास वर्ष, विजयकाल पचास वर्ष और राज्यकाल इकतीस हजार सातसो वर्ष प्रमाण कहा गया है ||१४४३॥ अमए पगि - ति • सया, कमेग कोमार-मंडलीयत्त । विजयं चाल र, एक्करस-सहस्स-पन-सपा सही ।।१४४४।। । १०० 1 ३००। ४० १ ११५६० । गई:-पाठ नारायणका कुमार और मण्डसोककाल क्रमशः एकसो और तोनसो वर्ष, विजय-काल पालीस वर्ष और राज्यकाल ग्यारह हजार पाँचसो साठ वर्ष प्रमाग है ।।१४।४।। सोलस प्रपया कमे, बासा कोमार - मंडलीयत । किरहस्स बटु विनमओ, वीसाहिय - णक - सया • नं ॥१४॥ १६ । ५६ । ८ । ६२० । :-कृष्ण नारायणका कुमार-काल पोर मण्डलीककाल क्रमश: मोलह और मापन वर्ष, विजयकाल आठ वर्ष तथा राज्यकाल मोसो योस अर्थ प्रमाण है ||१४४५॥ नारायण एवं बलदेवोंके रत्नोंका निर्देश सती-कोबर-नारा, पाक - किवानानि संस - बंगगि । इस सस महारपणा, सोहत प्रसपरकी ॥१४॥ ।।७। म:-शक्ति, धनुष, गदा, चक, कृपारण. शह एवं दण्ड ये सात महारत्न अर्थ-चक्रवतियों के पास शोभायमान रहते हैं ||१४६| 1.प...क.ब. में, है, लीपत्ता।
SR No.090505
Book TitleTiloypannatti Part 2
Original Sutra AuthorVrushabhacharya
AuthorChetanprakash Patni
PublisherBharat Varshiya Digambar Jain Mahasabha
Publication Year
Total Pages866
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Geography
File Size12 MB
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