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________________ ४.४ । सिनोयपणासी [ गापा ! १४०६, सालिका : ३३ दिपुरं रमन-महि, 'चमु-मायन-मोवना समानं च । आसग - वाहन - गट्टण, प्रसंग - भोपा इमे तागं ।।१४०६॥ अर्थ:-उन चक्रवतियोंके दिम्पपुर, २ रस्न, ३ मिधि, ४ सैन्य, ५ भाजन, ६ भोजन, ७ शय्या, ८ मासम, माइन जोर १० माटय, ये दशान भोम होते हैं 11१४०६।। सालिका : ३३ चक्रवतियों को नव-निधियों का परिचय नाम वधा प्रदान करती है? प्रकारान्तरसे । उत्पत्तिस्थान उत्पत्ति स्थान श्रीपुर | नदीपुष काल महाकास पाण्ड मानव ऋके अनुसार द्रव्य { फल, पुष्प आदि)। भाजन ( बर्तन एवं धातुएँ । धान्य ( जनाब एवं षट्स )। मायुध { अनेक शस्त्र )। पादिम ( बाजे। वस्त्र ( कपड़े ) हH { महल एवं प्रासाद आदि)। पारण ( गहने)। रलसमूह ( अनेक प्रकारके रन)। नसर्प पिङ्गल नानारल १.६.... ज. य. उ. अमुइमायण ।
SR No.090505
Book TitleTiloypannatti Part 2
Original Sutra AuthorVrushabhacharya
AuthorChetanprakash Patni
PublisherBharat Varshiya Digambar Jain Mahasabha
Publication Year
Total Pages866
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Geography
File Size12 MB
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