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________________ गाया : ५६६-६०२ ] उपमहाहिमा [ १७१ : सम्भवनाथ स्वामीके राज्यकालका प्रमाण सर्वशदेवने चार पूर्वाग सहित मनालीस साथ पूर्व प्रमाण बतलाया है ॥५६६|| छत्तीस-युग्ब-सरसा, अज-बंगेहि जुवा । पुष ३६५०००० । पर्वाण ८ । - अभिनन्दन जिनेन्द्र के राज्यकालका प्रभाग आठ पूर्वाङ्ग सहित छत्तीस लाख पचास हजार पूर्व पर ।। ५६६ पन्नास- सहस्त्र-पुरुष संजुता । अहिनंदन- 'जिनवरिवरस ॥५६६ ।। एकोणतीस - परिमाण-पु-सरसानि बच्छराणं पि । बंगाणि भारस-सहिवण सुम- सामिल || ६०० ॥ आर्यts :- आधा :- सुमतिनाथ स्वामीका राज्यकाल बारह पूर्वाङ्ग सहित उनतीस लाख वर्ष पूर्व प्रमाण था ।। ६०० ॥ इगिबीस-ब-ला पन्नास- सहस्स- पुण्य-संजुक्ता । सोल-पुष्यंगहिया, पूर्व प्रमाण | ।। ६०१ ॥ उन । पुष २१५०००० । पूर्वाग १६ । पद्मप्रभ जिनेन्द्रका राज्यकाल सोलह पूर्वाग सहित इक्कोस लाख पचास हजार .. Parfur, e. fi र एउमप्पह- जिगस्स ।। ६०१ ॥ चोट्स समस्तहस्सा पुण्यानं तह य पुण्याई । वीसवि-परिमानाई नेपानि सुपास सामिस्स ॥ ३०२ ॥ पुष १४ ल । पूर्वा २०
SR No.090505
Book TitleTiloypannatti Part 2
Original Sutra AuthorVrushabhacharya
AuthorChetanprakash Patni
PublisherBharat Varshiya Digambar Jain Mahasabha
Publication Year
Total Pages866
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Geography
File Size12 MB
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