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________________ ८] तिलोयपण्णत्ती [ गाया : ३०७-३०९ अर्थ :- चौरासीसे गुरिंगत 'मम' प्रमाण एक हाहांग होता है। इसको चौरासी लाख गुणा करनेवर 'हाहा' नामसे कहा गया है ||३०६ ॥ विशेषा (२१) एक श्रमम ८४-२५६६५९६६४४२०३३६६२३२८३७६३७९३४३२५९५८२०७०७८४ x ५५ शून्य प्रमाण वर्षों का एक हाहांग (२२) एक हाहांग x ८४ लाख - २१४८४६१४३३९७०८५५३५४६६७८६७८६४८३३८०४८६३९४५८५६ ६० शून्य प्रमाण वर्षोंका एक हाहा । हाहा-चडलोदि गुणं, हूगं होषि तं पि गुणं । उसीवी सबसेहि, हूहू का एक हुहू । a :- हाहाको चौराहेरचेपण गुणा करने पर 'हूहू' नामक कालका प्रमाण होता है ||३०७ || - विशेषा :- ( २३ ) एक हरहा ८४१८१३१०७६०४५३२५९८४६८७६१००१००६४६०३६६११०६१४५१६०४६० शून्य प्रमाण वर्षोंका एक इहांग। (२४) एक हांग x ८४ लाख १५२३०१०३८७६०६८३५५३८६५६२४७५६५४२६७३२७३३१६८१९४९६३६६५ शून्य प्रमास 4 · हूहू चलसीवि गुणं, एक सवंग हवेदि गुणणं । उसीबी लक्खेहिं परिमानमिनं - सामस्स परिमाणं ॥३०७॥ - होलसे · :- चौरासी गुणित इनका एक 'लतांग' होता है। उसको चौरासीलाखसे गुरणा करनेपर 'लता' नामक प्रमाण उत्पन्न होता है ।। ३०८ || - लबा नामे ||३०६॥ : X विधा :- (२५) एक हूहू x ८४ - १२७९३२६७२५७६०२६१८५२७२५७६७१५४६५८४५५४६५८६ १२८४६३४६२४४ ६५ शून्य अर्थात् १ १४ अंक प्रमाण वर्षोंका एक लतांग । (२१) एक लतांग x ८४ लाख – १०७४६३६१२९६३८६१९६४६२८६६४४०२१६४१०२६१६५२३४७६०६३०८४१६४७० शून्य अर्थात् १२१ अंक प्रमाण वर्षोंका एक लता । चजसीवि हव लाए, "महालवंग हवेदि गुणिदव्वं । सीदी - बहि, महालवा १. ज. शामो । २. व. मत न ज य च लतामं । नाममुट्ठि ।।३०६ ॥
SR No.090505
Book TitleTiloypannatti Part 2
Original Sutra AuthorVrushabhacharya
AuthorChetanprakash Patni
PublisherBharat Varshiya Digambar Jain Mahasabha
Publication Year
Total Pages866
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Geography
File Size12 MB
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