SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 114
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ गाथा : ३०४-३०६ ] घउत्थो महायिारो मर्ष:-कमलसे चौरासी-गरणा त्रुदिताग होता है । इसको चौरासी-लाखसे गुणा करने समझना चा प्राक विरोवार्य :-{१५) एक कमल X८४-७३१४५७८२६१०३६७६३४६५७७४४२५७०२४ x४० शून्य प्रमाण वर्षाका एक ऋटिताङ्ग। {१६) एक ऋरिता ४ लाख ६१४४२४५७३t२७०१८१३११२५०२१७५६००१६x४५ शून्य अर्यात् ७६ अंक प्रमाण वर्षाका एक त्रुटित । तुवि घउसोषि-हवं. 'पडलंग होरि तं पि गुरिणवच्वं । घउसोरी - सोहि, आई सामेण गिदि ।३०४।। पर्ष:--चौरासीसे गुमिगत बुटित-प्रमाण एक 'प्रटटान होता है। इसके चौरासीलालसे गुणित होने पर अटट ( इस ) नामसे कहा गया है ।।३०४।। विरोधा:-(१७) एक त्रुटित X८४ = ५१६११६६४३.१८७५४०३०१४५०४३४७७५६९३४४४४५ शून्य अनि ७६ अंक प्रमाण वर्षाका एक अटटान ।।१८) एक अट टांग४८४ सालमन ४३३५३७६७६३६२६५३३८५३२१८३६५२११५१५२८६६४५० शून्य प्रमाश वर्षोका एक पटट । अर बाउसोवि - गुलं अममंग होवि तं मि गुरिणबध्वं । चउसौगो - साहि, अमर्म रखामेण णिहि ॥३०॥ वर्ष:-पोरासीसे गुणित भटट-प्रमाण एक 'मममांग' होता है । इसको पौरासीलाखसे गुणा करने पर 'अमम' नामसे निविष्ट किया गया है ।।३०५।। दिशेचा :- (१६) एक अटट ४८४-३६४१७१६०२६६४८८७६४३६७०३४२६७७७६७२८४३२१४४५० अन्य प्रमाण वर्षाका एक मममांग। (२.) एक प्रममांग ४८४ लाख ३०५६०४३६२३९४६६६०८६८३०८७८४६३२४५१८८३४१७६४५५ शून्य प्रमाण वर्षाका एक अमम। मममं घरसोधि - गुणं, हाहंग होरि त पि गुरिणवम्बं । बरसीयो • सक्लेहि, हाहा गाम समुष्टि ॥१०॥ --- - .--..... १. न. म. पनि । २ प. य. हाँग। ३. क. र. प. उ. सामस्सर।
SR No.090505
Book TitleTiloypannatti Part 2
Original Sutra AuthorVrushabhacharya
AuthorChetanprakash Patni
PublisherBharat Varshiya Digambar Jain Mahasabha
Publication Year
Total Pages866
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Geography
File Size12 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy