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________________ 2152HREE २६ ] तिलोयपण्णत्ती [ पाथा : ३००-३०३ कुमुवं चउसीदि हवं, पउमंग होवि पि गुणियम् । भजप्सीवि - सक्लवासे', परमं नाम समुहि ॥३०॥ प्रपं: - चौरासीसे गुणित कुमुद-प्रमाण एक 'पान' होता है। इसको चौरासी बाब वर्षासे गुणा करनेपर 'पन' नाम कहा गया है ।१३००।। विदा :-(1) एक कुमुद x८४२०८२१५७४८५३०१२९६६४४२५ शून्य प्रमाण एक पगा। (१०) एक पपाङ्ग ४ लाख= १७४६०१२२८७६५६८०६१७५६४३. शुन्य प्रमाण पौका एक पथ। परमं चउसीधि - हई, गसिनगं होवि तं पि गुणिवळ । बउसीदि - सक्लासे, नलिनं पार्म बियाणाहि ॥३०१॥ पर लोकली से गणित प्रश्नमाण एक मलिना होता है। इसको पौरासी लाख वर्षोंसे गुणा करनेपर 'नलिन' नाम जानना चाहिए ॥३०॥ विवार्थ:-(११) एक पxx८४- १४६६१७०३२१६३४२३६७०६१८४४३० गुन्य प्रमाण वर्षाका एक नसिनामा (१२) एक नलिना ८४ लाख १२३४१०३०७०१७२७६१३५५७१४४६४ ३५ शून्य प्रमाण वर्षोंका एफ नलिन । गलितं चउसोदि - गुगं, कमलंग णाम तं पि गुभिवम् । घउसीदो - साहि, कमल गामेण गिट्टि ।।३०२॥ प्रध:-चौरासीसे गुरिणत नलिन प्रमाण एक 'कमलाङ्ग' होता है । इसको चोरात्रीसालसे गुणा करने पर 'कमल' नामसे कहा गया है ॥३०२।। विवा:-१३) एक नलिन४८४=१०३६६४६५७८१४५११६५३८८००२३०४४ ३५ शून्य प्रमाण वर्षाका एक फमलाज। (१४) एक कमलागर लाल-७०७५३१२६३१३२००४१२५९२१९३५३६ ४ ४० शून्य मर्षात् ६७ अंक प्रमाण वर्षाका एक कमल । कमलं घडीदि • गुन, तुम्बिंग होदित पि गुणिरवं। उसीवी - सक्लेहि, तुरिद गामेन गादम्वं ॥३०३।। १.६.२. क. प. उ. बाहि
SR No.090505
Book TitleTiloypannatti Part 2
Original Sutra AuthorVrushabhacharya
AuthorChetanprakash Patni
PublisherBharat Varshiya Digambar Jain Mahasabha
Publication Year
Total Pages866
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Geography
File Size12 MB
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