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तृतीय महाधिकार :
गाथा ३/८० : इस गाथा में गुरु संकलित धन ग्रथवा गुणोत्तर श्रेणी के योग का सूत्र दिया
गया है ।
गच्छ =७, मुख = ४०००, गुणकार ( Common ratio) का प्रमाण २ है ।
माल Sa को पदों का योग माना जाये जब कि प्रथम पद और गुणाकार हो तब
0
(t- १ ) x a
S1 = {(c. t. r....
D पदों तक ) - १ }
६८
श्रथवा S =
(1.-१) a r-- १