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क्रमाक
१
३
४-२०
इन्द्रोंके नाम
चमरेन्द्र
वैरोचन
भूतानन्द
भवनवासी इन्द्रोंके अनीक देवोंका प्रमाण गाथा ८१-६६
शेष १७ मेंसे प्रत्येक इन्द्रके
प्रथम कक्षाका नाम प्रथम कक्षाका प्रमाण x कक्षाएँ ७ =
महिष
17
नाव
गरुड़, गज मगर आदि
८१२८०००X
७६२००००X
७११२०००
प्रत्येकके ६३५०००० X
19 =
७
७ =
6.
=
सातों अनीकों का सम्मिलित प्रमाणा
५६८६६०००
५३३४००००
४६७८४०००
प्रत्येक इन्द्रके ४४४५००००
प्रकीरांक
सेनाका प्रभारण
काल-वश उपदेशका प्रभाव ।
२६० ]
तिलोयपत्ती
गामा: ८.९