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गाथा : २५२ ]
पढमो महाहियारो गिरिकटक अधोलोककी प्राकृति
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रक/कटका
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Enार
काका
१७
मक/करका
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करका
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राजू
गिरिकटक अधोलोकका घनफल
एक्कस्सि गिरिगडए' चउसीदी-भाजिदो हवे लोभो । तं 'प्रट्ठतालपहदं विदफलं तम्मि खेतम्मि ॥२५२॥
भर्य :-एक गिरिकटक ( अर्जयव ) क्षेत्रका घनफल चौरासीसे भाजित लोकप्रमाण है। इसको अड़तालीससे गुणा करने पर कुल गिरिकटक क्षेत्रका घनफल होता है ।।२५२॥
१. द. ब. गिरिविडए । के. ज. ८. गिरिविदए। २. क. भटुमाल ।