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श्री उपासकदांग सूत्र-३
मणप्रम नामक विमान में उत्पन्न हुए। (वहाँ कई देशों की स्थिति पार पस्योरम को कही गई है। सानुसार) जुलनीपिता श्रमणोपासक की स्थिति चार पल्पोपम को है। (भगवान महावीर स्वामी से गौतमस्वामी ने पूछा-'हे भगवन् ! भूलनीपिता देव, देवमन का कय कर के कहाँ उत्पन्न होगा ? मगवान् ने फरमाया-'हे गौतम !) वहाँ से अव कर महाधिवेह क्षेत्र में जन्म लेकर सिख बब मुक्त होगा।
॥ तृतीय अध्ययन समाप्त ॥