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गोयाराइ ३ बिदलं ॥८॥सिदिगुदीए पाक्खाम-हवनहवमासु पढमतिही घेतबा ॥१॥ मासवुड्डीए पढममासस्स पढमपक्खो वीअमासस्स बीअपक्खो कल्लाणगेसु घेतवो ॥ १०॥ सावणे भद्दवए वा अहिगमासे चाउम्मासाओ पण्णासइमे दिणे पजोसवणा कायवा न असीइमे ॥ ११॥ सावगाणं पाणस्स लेवाडेण वा इच्चाइ पाणगागार अणुच्चारणं
॥ १२ ॥ विगईओ पञ्चक्खाइ इन्चेव भणणं न सेसिआउत्ति ॥ १३ ॥ कत्तियबुट्टीए पढमकत्तिए चेव चाउम्मासि पडित कमिजइ सेसमासवुट्टीए पंचसुमासेसु चरमासं कीरइ ॥ १४ ॥ इत्थीणं देवपूआ निसेहो ॥ १५ ॥ वायणायरिअ-उवज्झाय 5 सूरिणं जहसंवं इगदुगतिकंबला निसिजा ॥ १६ ॥ सामण्ण साहूर्ण अपंगुरिआर्ण उवओग करणं चंदणकपूरपूआनिसेहो ।
॥ १७ ॥न एगागिणीए इत्थीए वसहि पवेसो ॥१८॥ वरिसयाले अ-गलिअतक्क निसेहो ॥ १९ ॥ पारुडिआ १ जडाल २ कंवल ३ बोरिआणं ४ अपरिभोगो ॥ २०॥ संघवइ १ सूरिपय २ कुलेसुवि दसाहं सुअसूअगकुलाणं च एगारसाहं पुत्तिआसूअगं बारसाहं मयगकुलाणं च वजणं ॥२१॥ दक्खा १ खजूर २ उत्तति [खारिक] ३ माईणं सकुलिआणं साहिं अग्गहणं ॥ २२ ॥ एगजुगे जुगप्पहाणो एगो न पुण अणेगे ॥ २३ ॥ चित्ताऽसोए सत्तमीडमी-नवमीतिहिसु कयं वहा पुफवईए कयं तवं आलोयणाए न पडइ ।। २४ ॥ आयंबिले पप्पड १ घुग्घरिआ २ वेदमिआ ३ इडरिअ ४ तकाइ ५ निसेहो ॥ २५ ॥ साहूणं वासारत्ते वीरकल्लाणगेसु अ एगा विगई उबहाणे गिहिणपि ॥ २६ ॥ रयस्सला भत्तस्स बजण ॥ २७ ॥ पुष्पवईए तिचउरादिणे छुतिरक्खणं, चेइअवसहिसु अगमणं, पडिकमणाइसु मोणं ॥२८॥ कंधिआणं तइअदिणे न्हाणं जाव देव अपूयणं ॥ २९॥ वायणायरिआइ पठिणं ठवणायरिअस्स य असंफुसणं निमिअ
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