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________________ २२ ) || श्री लोकप्रकाशे तृतीयः सर्गः ॥ सा० १२० | (२७) पुद्गला ये, परतः स्युः समागताः । तथामन्वपरीणामास्ते जायन्ते स्वभावतः ॥ ५९८ ॥ यथा स्वविषयं ज्ञानं, नोत्पादयितुमाशते । स्वभावान्नास्ति शक्तिश्वेन्द्रियाणामपि तदग्रहे ॥ ५१९ ॥ ततो विषयनियमो युक्तोऽयं दर्शितः श्रुते । प्राप्यकारित्वे चतुर्णामिन्द्रियाणां वियतेऽति हि॥२०॥ किख ॥ नास्ति शक्तिश्चक्षुषोऽपि विषयात्परतः स्थितम् । परिच्छेत्तुं द्रव्यजातं, युक्तस्तस्याप्यसौ ततः ॥ ५२१ ॥ अर्थ-- इन्द्रियानुं विषयक्षेत्र-चक्षु शिवायनी चार इन्द्रियो जघन्यथी अनुना असंख्यामा भाग जेटका (दूर) क्षेत्रयो पोतानो विषय ग्रहण करे छे अने चक्षु अङ्गुछना संख्याता भाग दूर क्षेत्रथी विषय ग्रहण करे के ।। ५०७ ।। तात्पर्य ए छे के श्रोत्रादि इन्द्रियो प्राप्त ( स्पृष्ट ) पदार्थने जाणनार होवाथी अङ्गुलना असंख्यानमा भागथी आवेला शब्दादिकने पण जाणे हे ॥ २०८ ॥ ए हेतुथीज ए चार इन्द्रियोनी नवीन माटीनुं भाजन अने मुतेलाने जगावारूपान्नयी ( ते ४ नोज ) व्यञ्जनावग्रह होय. ते आ प्रमाणे - जैम ननुं शरावलं ( माटीनुं नानुं कुंडु वाकोडीड ) पाणीना एक बिंदु वडे भिजातु नथी, पण वारंवार पडतां घणा बिंदुओ बडे भींजाय हे ॥६१०॥ तेमज सुतेको पुरुष पण एक शब्द बड़े जागतो नथी, परन्तु चार पांच बार करेला शब्दो बड़े बोलावतां तेना कान शब्द द्रव्यवडे भये छतेज जागे है || ११ || ए प्रमाणे व्यञ्जनानां दृष्टान्तो श्री नन्दीसूत्रों के. वळी चक्षुइन्द्रिय अमाध्यकारी होवाथी जघन्यथो अंगुलमा संख्यातमा भाग दूर क्षेत्री पोतानो विषय ग्रहण करेछे, परन्तु तेथी पण नजीकक्र्ती क्षेत्र रहे ग्रहण करें नहि ||५|२|| ए कारणथीज अतिनजीकमां रहे काजल अने मेल ( पोगरा वगैरे ) वगेरे चक्षु जाणी शकती नथी ए बात स माणीने प्रसिद्ध - प्रत्यक्ष है ॥५१३॥ तया श्रोत्रेन्द्रिय (उत्कृष्टतः ) १२ योजनश्री आवेलो शब्द सांभळे छे. अनेक अधिक एक लाख योजन दूरथी पदानुं वर्णादि रूप देखी शके || २१४ || अने शेष ३ इन्द्रियो बारेमांधारे योजन १ पोताने स्पशैला विषयने नर्दि जाणनारी पण दूर रहेला विषयने जाणनारी से स्त्रिय ते अमाप्यकारी (चक्षु ने मन छे.
SR No.090439
Book TitleLokprakash
Original Sutra AuthorVinayvijay
Author
PublisherSanghvi Seth Shri Nagindas Karamchand Ahmedabad
Publication Year
Total Pages629
LanguageHindi, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari & Religion
File Size16 MB
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