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________________ चित्र ११ थी १६ वज्रर्षभनाराच संहलर विव बैठ तरफ हाटकाना ऐसा ओनो मर्केटबंध येलो . मर्कट बंधनी उपर लगायेंलो हाडकानो पाटी. 2 ३ मर्कटबंध तथा पटराने चीथीने बी जी बाजुनीक केली, ऋषभ नाराच संहनन : हाकानी खीली. चित्र २ LG आ संहननमा उपरनी स्पीली नथी. नाराच संहनन चित्र ३. आ संहननमा पाटी तथा पीली बडे नथी अर्ध नाराच संहनन चित्र ४ आ संहननमा एकलाजु मर्कटबंध अने बीजी बाजु हाडकानो छेड़ो पी ली थी जो ईलो छे. किलिका संहनन चित्र ५ आ संहननमां एकतरफनी हाडका नी खोभनमा बीजा हाडका नो खीली थी मजबूत करे लो छे. सेवा संहनन चित्र ६ आ संहनन मां मात्र हाडकानो छोडो खोमण मां अडकाळेलो छे. आनन्द प्री. प्रेस - भावनगर,
SR No.090439
Book TitleLokprakash
Original Sutra AuthorVinayvijay
Author
PublisherSanghvi Seth Shri Nagindas Karamchand Ahmedabad
Publication Year
Total Pages629
LanguageHindi, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari & Religion
File Size16 MB
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