SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 86
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ६ चारुदत्त, ७ श्रीदत्त, ८ सुवर्णभद्र, ६ सूवल्लभ, १० गुणपाल, ११ धर्मसैन, १२, कीर्तिघोष, ये अतीत काल के १२ चक्रवर्ती हैं। १ भरत, २ सगर, ३ मधवा, ४ सनत्कुमार, ५ शांति, ३ कुथु, ७ परह, ८ सुभौम, ६ महापद्म, १० हरिसेन, ११ जय सेन, १२ ब्रह्मदत, ये बारह चक्रवर्ती वर्तमान काल के हैं। १ भरत, २ दीर्घदन्त, ३ मुक्तदन्त, ४ गूढदन्त, ५ श्री सेन, ६ श्री भूति, ७ श्री कान्त, ८ पप, ६ महापद्म १० चित्र वाहन ११ विमल वाहन, और १२ अरिष्टसेन ये भावी काल के चक्रवर्ती हैं। १ वर्तमान काल के चक्रवतियों में भरत ५०० धनुष ऊंचे शरीर वाले और ५४००००० पूर्व वर्ष आयु वाले थे। २ समर चक्रवर्ती का शरीर ४५० धनुष प्रमाण और ७२०८००० पूर्ष वर्ष आयु थी। ३ मघवा चक्रवर्ती का शरीर साड़े बयालिस धनुष प्रमाण और ५००००० वर्ष आयु थी। ४ सनतकुमार चक्रवती का शरीर ४२ धनुष प्रमाण और ३००००० वर्ष आयु थी। ५ शान्तिनाथ चक्रवर्ती का शरीर ४० घनुष प्रमारण और १००००० वर्ष आयु थी। ६ कुथुनाथ चक्रवर्ती का शरीर ३५ धनुष प्रमाण और ६५००० वर्ष प्रमाण वायु थी। ७ अरह चक्रवर्ती का शरीर ३० धनुष और ८४००० वर्ष प्रमाण प्रायु थी। ८ सुभौम चक्रवर्ती का शरीर २८ धनुष प्रमाण और ६०००० वर्ष प्रमाण प्रायु थी। ६ महापद्म चक्रवर्ती का शरीर २२ धनुष और ३०००० वर्ष प्रमारण आयु थी। १० हरिषेण चक्रवर्ती का शरीर २० धनुष और १०००० वर्ष प्रमाण भायु थी। ११ जयसेन चक्रवर्ती का शरीर १५ धनुष प्रमाण और ३००० वर्ष आयु थी। १२ ब्रह्ममदत्त चक्रवर्ती का शरीर ७ धनुष प्रमाण और ७०० वर्ष पायु यो। . ... -- - -- -
SR No.090416
Book TitleShastrasara Samucchay
Original Sutra AuthorMaghnandyacharya
AuthorVeshbhushan Maharaj
PublisherJain Delhi
Publication Year
Total Pages419
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Philosophy
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy